मथुरा. रंगों के त्योहार की शुरुआत हो चुकी है. फाल्गुन माह की एकादशी यानी रंगभरी एकादशी पर भगवान विष्णु के अलावा शिव-पार्वती की भी खास पूजा का विधान है. इस दिन मथुरा-वृंदावन के प्रमुख मंदिरों में रंग और गुलाल की बरसात होगी. आज यानी शुक्रवार को श्रीकृष्ण जन्मस्थान और द्वारिकाधीश मंदिर में लठामार होली खेली जाएगी. प्रमुख मंदिरों में होली के आयोजन को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. पुलिस और नगर निगम प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं.
दरअसल, ब्रज के मंदिरों में होली का आयोजन बसंत पंचमी से निरंतर चल रहा है. भर-भरकर अबीर-गुलाल उड़ाए जा रहे हैं. इसके अलावा ठाकुरजी भक्तों के साथ पिचकारी मारकर होली खेल रहे हैं. होली के रसिया गायन की परंपरा धूमधाम के साथ निभाई जा रही है. इस दृष्टि से रंगभरनी एकादशी खास है. इस दिन शुक्रवार को अधिकांश मंदिरों में होली का आयोजन भव्यता पूर्वक किया जाएगा.
श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर लठमार होली होगी. इसमें रावल के हुरियारे और हुरियारिन होली खेलेंगे, जबकि विभिन्न सांस्कृतिक कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे. पहली बार यह आयोजन पांच दिवसीय होगा. द्वारिकाधीश मंदिर में राजाधिराज कुंज में विराजमान होकर भक्तों के साथ होली खेलेंगे.