शहर में हो रही चोरी- चोर का नहीं चल रहा पता
जिला-कोरिया में चोरियों की दिन प्रति दिन लाईन लगी हुई है, जिला सहकारी बैंक में कटे फटे पुराने नोंटो की चोरी हुई, जिसकी रिर्पोट जिला सहकारी बैंक द्वारा बैकुण्ठपुर थाने में लिखा गया, उस रिर्पोट से पुलिस द्वारा कोई भी ठोस कार्यवाही नहीं कि गई, और कार्यवाही हो भी रही है तो जिला सहकारी बैंक के अधिकारी एवं कर्मचारियों को ही मारपीट व प्रताणित किया जा रहा है, प्राप्त जानकारी के अनुसार एक कुसुम नाम की लड़की व नरेश चपरासी को पुलिस वालों ने इतना मारा की उनके हाथ एवं पैर में सुजन पड़ गए हैं, एक कहावत है की, डायन अपने ही बच्चे को खा जाती है, इसी प्रकार पुलिस का यह वाक्या सच साबित हो रहा, लोंगो के चार्चाओं में कहा जाता है की पुलिस के संबंध अपराधियों से जुड़े हुए हैं, अगर ऐसा न होता तो एक ही शहर में आधा किलोमीटर के अंतराल में चोरी के उपर चोरी नहीं होता, इससे साबित होता है की यह पुलिस की नाकामी है, जगह जगह चार्चाएं हैं की थाना प्रभारी इस चोरी के मामले में जाँच हेतु कहीं जा ही नहीं पाते थाना प्रभारी मात्र अपने उच्च अधिकारियों के सेवा में लगे रहते हैं, एक महिला जो जिला सहकारी बैंक में चपरासी के पद पर है उसको इतना प्रताणित किया जा रहा है की उनको उठने बैठने में तकलीफ हो रही हैं, उक्त विषयों की जानकारी मानव अधिकार आयोग दिल्ली एवं महिला आयोग दिल्ली व छ.ग. राज्य को समाचार के माध्यम से सुचना दिया गया है, की किसके आदेश पर पुलिस ने एक महिला एवं पुरे स्टाफ को प्रताणित किया, और बैंक के उच्च अधिकारियों ने अपने स्टाफ का साथ क्यों नहीं दिया, ऐसे ही एक व्यापारी के यहाँ सुबह 4 बजे उसके घर से 4 नकाब पोंशों ने रकम व जेवरात का डाका डाला, जो की कोरिया पैलेस के पिछे बिलासपुर रोड में स्थित है, जब की उस रोड में चैबिसो घण्टे लोग व गाड़ी आते जाते रहता है, और मकान भी रोड से लगा हुआ हैं आश्चर्य वाली बात है की, सुबह के समय चोरों ने बड़े ही हिम्मत के साथ चोरी का अंजाम दिया जब की लोग 4 बजे उस रोड पर टहलने निकलते हैं, पुलिस की एक और लापरवाही, जानकार सुत्रों द्वारा बताया जाता है की, बैंकुण्ठपुर से कुछ दूरी में स्थित ग्राम सलका में आए दिन चोरी की घटना सामने आती रहती है पिछले बीते दिनों पहले सलका में 5-6 ट्यूबवेल के मोटर चोरी हुई थी जिसका रिर्पोट थाने में किया गया था लेकिन कोई भी कार्यवाही नही हुआ जिससे चोंरों के हौसले बुलन्द होते जा रहे हैं, पुलिस प्रशासन से जनता का सबसे बड़ा सवाल यह है की चोरियों की घटनाओं में पुलिस हर बार नाकाम क्यों रहती है।