दक्षिण कोरिया; में एक 50 साल के स्वस्थ आदमी के शरीर में दिमाग खाने वाला अमीबा घुस गया और फिर देखते ही देखते एक स्वस्थ आदमी को उसने 10 दिन के अंदर ही खत्म कर दिया.
के सव वेरिएंट ने चीन, जापान समेत पूरी दुनिया को एक बार फिर चिंता में डाल दिया है. चीन में कोरोना से फिर लाखों लोगों की मरने की खबर है. पूरी दुनिया दहशत में है. अब इसी बीच एक और जानलेवा बीमारी ने दुनियाभर में खौफ फैला दिया है. इस बीमारी का नाम है अमीबा.
दक्षिण कोरिया में एक 50 साल के स्वस्थ आदमी के शरीर में दिमाग खाने वाला अमीबा घुस गया और फिर देखते ही देखते एक स्वस्थ आदमी को उसने 10 दिन के अंदर ही खत्म कर दिया. ऐसे में अब अमीबा को लेकर दुनिया के दूसरे देश सतर्क हो गए हैं. इस घटना के बाद अमेरिकन स्वास्थ्य एजेंसी सीडीसी ने एडवाइज़री भी जारी की है.
इस जीव से होने वाले खतरे”
कोरिया टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण कोरिया के एक 50 साल के शख्स के शरीर में दिमाग खाने वाला अमीबा पहुंच गया. यह व्यक्ति 10 दिसम्बर को थाईलैंड की यात्रा से लौटा था. उसके अंदर जब संक्रमण के लक्षण दिखाई देने लगे. रिपोर्ट के मुताबिक अमीबा घुसने के बाद मरीज़ में सिरदर्द, उल्टी, शरीर में अकड़न और बोलने में दिक्कत जैसे लक्षण दिखाई दे रहे थे, जिसके बाद उसे एमरजेंसी में भर्ती किया गया. अब इसकी जांच हो रही है कि आखिर बैक्टीरिया ने शरीर में क्या किया, जिससे मरीज़ की मौत हुई.नेगलेरिया फाउलेरी सिंगल सेल वाला सूक्ष्मजीव हैं, जिसे दिमाग खाने वाला अमीबा भी कहा जाता है. ये सूक्ष्मजीव नदी, झील या तालाब के साफ पानी में पाया जाता है. पहली बार इस अमीबा का मामला साल 1965 में पाया जाता है. ये नाक के ज़रिये इंसान के शरीर में पहुंचता है और दिमाग तक जाकर उसे संक्रमित करने लगता है. दूषित पानी में स्विमिंग करने या डुबकी लगाने से नाक के ज़रिये ब्रेन में जाकर हमला करता है. संक्रमण से मस्तिष्क के हिस्से काम करना बंद कर देते हैं और मामला मरीज़ की मौत तक पहुंच जाता है.