बैकुण्ठपुर मुख्यालय के समीप धान खरीदी केन्द्र गिरजापुर थाना पटना में आये दिन कम्प्यूटर ऑपरेटर और प्रबंधक के द्वारा अपने अपने तरीके से किसानों से पैसा लिया जा रहा है। यहां तक की किसान के पास टोकन कटने के पश्चात उसके पास धान कम है तो मार्केट का बिचौलिया का धान उसमें सम्मिलित कर लिया जाता है। पूर्व में सलका धान खरीदी केन्द्र में धान में खरीदी केन्द्र में हेरा फेरी किया गया था। उसी व्यक्ति को गिरजापुर उस व्यक्ति को कम्प्यूटर ऑपरेटर क्यॅू बनाया गया राजनिजिक दबाव में जानकार सूत्र बताते है ऑपरेटर बिना पैसे लिये कम्प्यूटर में एड़ ही नहीं करता सोचने वाली बात है की गिरजापुर धान खरीदी निगरानी समीति तेरह व्यक्तियों की है समिति द्वारा उनकी देखरेख में भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर चल रहा है। अभी हाल ही में एक किसान के द्वारा पैसा लेने का आरोप लगाया गया सोशल मिड़िया में विड़ियों भी चला उसके बाद भी खाली कागजों पर नायब तहसीलदार व एस डीएम द्वारा खाली कागजी खानापूर्ति व कारवाही को लटकाकर रखा जा रहा है क्यूकी नायब तहसीलदार व एस डीएम एक ही परिवार के सदस्य है तो एक दूसरे की कमी कैसे बताये धान खरीदी केन्द्र गिरजापुर में चर्चा का विषय है की पैसा देके सभी समाधान हो जायेगा जब जॉच करना था तब नायब तहसीलदार और एस डीएम को प्रबंधक कम्पयुटर ऑपरेटर को हटाकर जॉच की जाती तो सच्चाई सामने आती क्यूकि पूर्व में पबंधक व निगरानी समितियों के द्वारा जानकार सूत्र बताते है की कैसे पच्चीस लाख की धान खरीदी में पूरी समिति के द्वारा प्रबंधक के सहमति से पैसा कैसे किया गया।