भिलाई। भिलाई-3 के सिद्धी विनायक अस्पताल के चार चिकित्सकों और तीन पैरामेडिकल स्टाफ के खिलाफ पुरानी भिलाई पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के आधार पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। देवबलोदा निवासी डिकेश वर्मा के 10 माह के बेटे शिवांश वर्मा की बीते 31 अक्टूबर को इलाज के दौरान मौत हो गई थी। स्वजन ने लापरवाही का आरोप लगाया था।
शिवांश को सर्दी और खांसी होने पर सिद्धी विनायक अस्पताल में भर्ती किया गया था। आइसीयू में एक स्टाफ नर्स ने उसे अजीथ्रामाइसिन 500 एमजी का इंजेक्शन लगा दिया था। इंजेक्शन लगाते ही बच्चे की मौत हो गई थी। प्रारंभिक तौर पर ही यह स्पष्ट हो गया था कि अजीथ्रामाइसिन 500 का डोज वयस्कों को लगाया जाता है। 10 माह के बच्चे के लिए यह ओवरडोज था।
शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित जांच दल की रिपोर्ट में बच्चे के इलाज में लापरवाही की बात भी सामने आई है। रिपोर्ट के आधार पर पुरानी भिलाई पुलिस ने सिद्धी विनायक अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डा. समीत राज प्रसाद, आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी शिशुरोग विशेषज्ञ डा. दुर्गा सोनी, डा. हरिराम यदु, डा. गिरीश साहू व पैरामेडिकल स्टाफ विभा साहू, आरती साहू और निर्मला यादव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. जेपी मेश्राम ने कहा, स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी इस मामले की जांच कराई गई है। इसमें अस्पताल का लाइसेंस निरस्त करने प्रबंधन को नोटिस दिया गया है। घटना दिनांक को अस्पताल में मौजूद चार डाक्टरों व तीन स्टाफ को हटाने की कार्रवाई की गई है।