हम दो हमारे दो
हमारे भारत वर्ष में नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए, न नियम है, न पालन हो रहा है, संविधान के नियम के ऊपर ध्यान देते हुए, भारत सरकार के नियम बनें, पर किसी भी नियम का पालन नहीं किया जा रहा, आज हमारे भारतवर्ष में बात विवाद क्यों चल रहा हैं, धन बल और जन बल के कारण ही विवाद की स्थिती बन जा रही है, किसी की सरकार बने या किसी की सरकार बिगड़े, लेकिन जनहित में कार्य करना अति आवश्यक है, क्योंकि हमारे सनातन धर्म को देखें और ईस्लाम धर्म को देखे, जन बल इस्लाम धर्म में ज्यादा पाया जाता है, सरकार को ऐसा नियम लागु करना चाहिए की, जिस व्यक्ति के दो बच्चे हों वही नौकरी करेगा, और जिसके पास तीन से अधिक बच्चे होते है, तो शासन को वोटर लिस्ट से नाम हटा देना चाहीए, और तीन अधिक बच्चे होने पर भारत सरकार अपना क्राईट एरिया निर्धारित करे, क्योंकि जनसंख्या बढ़ना ही विवादित स्थिति पैदा करती है, और जनसंख्या से ही बेरोजगारी बढ़ रही है, और बेरोजगारी से ही कई समस्याएं बढ़ रही, सरकार को नोट बंदी करने से, प्रधानमंत्री आावास योजना के तहत मकान बनवाने से, जी.एस.टी लगाने से, उज्जवल योजना, मोबाइल बांटना, एक रू. किलो चावल देना, इसी प्रकार के कई योजना चलाया जा रहा है, जबकी इससे जनता का भला नहीं होगा, इससे खाली नेताओं का वोट बैंक बनेगा और जनता अपंग होंगे, आलसी होंगे, अगर सच में सरकार को जनता की सेवा करना है, या भला करना है तो कुछ नियम बनाकर बढ़ती हुई जनसंख्या पर रोक लगाना चाहीए, क्योंकि हर समस्या का मुल जड़ जनसंख्या ही है, फिर सब समस्या अपने आप ही खतम हो जाऐंगे, और इस्लाम धर्म के लोंगो पर भी शासन की कड़ी नजर होना चाहीए, क्योकि अधिकतर मुस्लिमों में ही बच्चे ज्यादा रखते हैं, क्योंकि मुस्लिम अपना जनसंख्या बढ़ाकर हिन्दुओं को गुलाम बनाना चाहते हैं, इन पर पाबंदी न रखी गई तो, वो दिन दुर नहीं जब हमारा हिन्दुस्तान भी दुसरा पाकिस्तान बन जाएगा, और स्वर्ण आभुषण पर भी पाबंदी होना चाहिए, एक परिवार में आधा किलो सोना व दो किलो चांदी व दो से तीन मकानों पर पाबंद लगना चाहीए, और किसान पर भी पाबंदी होना चाहीए, क्योंकि किसी के पास 100 एकड़ जमीन होता और किसी के पास जमीन ही नहीं होता है, इन सभी को ध्यान में रखते हुए शासन कार्यवाही करे, पुर्व में जो नियम नसबंदी का बनाया गया था, सब नियम फेल होते जा रहे हैं, क्योंकि ऐसे बहुत से मामले सामने आ रहे हैं की, नसबन्दी होने के बाद भी बच्चे हो रहे हैं, ऐसा क्यों? एक नियम यह भी बनना चाहिए की जिसके पास दो से अधिक बच्चे हों उसे चुनाव लड़ने का टिकट नहीं देना चाहिए, यह हमारे देश के विद्वानों का मत है, भारत सरकार को इस पर ध्यान देना चाहीए।