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ठेकेदार ने ईई पर झूठे मामले में फंसाने की धमकी देने का लगाया आरोप

ठेकेदार ने ईई पर झूठे मामले में फंसाने की धमकी देने का लगाया आरोप

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आवेदक संदीप उर्फ पिंटू के लिखित आवेदन में जिक्र किया गया है कि 15 जून 2022 को कार्यपालन यंत्री के रिश्तेदार के खाते में 10 लाख रुपए एवं एक अन्य के खाते में 10 लाख रुपए आरटीजीएस किया गया।

Ambikapur – रामानुजगंज । जल संसाधन विभाग संभाग क्रमांक दो कार्यपालन यंत्री कार्यालय में भू अर्जन राशि के बंदरबांट करते हुए फर्मों के व्यक्तिगत खाते में राशि जमा किए जाने को लेकर विवाद कम नहीं हो रहा है। इधर एक ठेकेदार ने कार्यपालन यंत्री के विरुद्ध पुलिस अधीक्षक एवं रामानुजगंज पुलिस को गाली गलौज करने एवं झूठे प्रकरण में फंसा देने की लिखित शिकायत की है।

बता दें कि संभाग क्रमांक दो जल संसाधन विभाग कार्यपालन यंत्री के कार्यालय में भू अर्जन के मुआवजा देने हेतु करोड़ों रुपए आए हुए थे जो बांध एवं निर्माण में प्रभावित ग्रामीणों को मुआवजा देने के लिए थे लेकिन कार्यपालन यंत्री ने आठ करोड़ 68 लाख रुपए की राशि योर सेल्फ का चेक काटते हुए फर्मो के व्यक्तिगत खाते में जमा करा दिए। प्रमुख अभयिंता रायपुर को शिकायत के बाद कार्यपालन यंत्री को निलंबित भी कर दिया गया। इस बीच जिस तरह से फर्मों के चेक काटे गए हैं उसी तरह डी श्रेणी के ठेकेदार संदीप कुमार उर्फ पिंटू ने भी भुगतान करने का निवेदन किया था लेकिन उसका भुगतान नहीं हो सका।

ठेकेदार ने कार्यपालन यंत्री पर आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक एवं स्थानीय थाना प्रभारी को आवेदन किया है कि कार्यपालन यंत्री के द्वारा बार-बार अलाटमेंट आने की बात कही जा रही थी और भू अर्जुन की राशि से अन्य ठेकेदारों भुगतान की जा रही थी यही नहीं विभाग के कई कर्मचारियों और अधिकारियों के खाते में भी राशि डाली गई है। मैंने भी भुगतान करने के लिए आग्रह किया था लेकिन अधिकारी द्वारा गाली गलौज करते हुए फंसाने की धमकी देते रहे। इसकी लिखित शिकायत स्थानीय पुलिस से दी गई है॥

20 लाख रुपए रिश्तेदार के खाते में आरटीजीएस-

आवेदक संदीप उर्फ पिंटू के लिखित आवेदन में जिक्र किया गया है कि 15 जून 2022 को कार्यपालन यंत्री के रिश्तेदार के खाते में 10 लाख रुपए एवं एक अन्य के खाते में 10 लाख रुपए आरटीजीएस किया गया। यही नहीं एक लाख 60 हजार रुपए आनलाइन कार्यपालन यंत्री के भाई एवं अन्य के अकाउंट में ट्रांसफर किया गया। आवेदक ने बताया कि एक लाख 60 हजार रुपए मेरे द्वारा किए गए कार्य में भुगतान के कमीशन के रूप में मांगे गए थे। कार्यपालन यंत्री के द्वारा मांग गए कमीशन एवं अन्य धाराओं के तहत फंसा दे दिए जाने की शिकायत पर थाना प्रभारी संतलाल आयाम ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। जांच उपरांत दोषी पर कार्रवाई की जाएगी॥

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