कोरिया जिले में ऐसे व्यापारि जो की अपने को पत्रकार कहलाने वाले कभी भी किसी भी व्यापार में सफल नहीं हुए वह लोग अपने- अपने पत्रकारिता का व्यवसास से जोड़ दिया गया है। जो बैकुण्ठपुर, चरचा, मनेन्द्रग्ढ़ चिरमिरी, किसी प्रकार संवादाता होकर पैसे वसुली का व्यापार बनाये हुए है।
जैसे सूचना के अधिकार को लेकर सरगुजा संभाग में सूचना के अधिकार मे जानकारी को लेकर पत्रकारिता को कलंकित कर रहे है एक व्यक्ति तो इतना बड़ा कलाकार है जो पूर्व कलेक्टर थे उन्हे निषाना बनाकार एक बैंक से लोंन भी ले लिया गया था।जब लोन नही पटा सका तो गुलाब कमरो के साथ मिलकर सूचना का अधिकार व्यापार चालू कर दिया। इसी प्रकार जब उस व्यक्ति से ताल-मेल नही खाया उसके उपरान्त एक कन्स्ट्रकषन व्यापारि से संपर्क जोड़ लिया उसको भी पैसे का चुना लगाकर पूर्व मंत्री का साथ पकड़ लिया। जब पूर्व मंत्री का और कन्स्ट्रकषन समाचार प्रकाषित को लेकर तब पूर्व मंत्री ने मंच में खड़े होकर समाज के समक्ष वह सब बखान कर दिया । ऐसे कारनामों से यह व्यक्ति विख्यात है। एक अधिकारी के यंहा सुबह-सुबह नाष्ता करता था दो किलो दुध लेकर आता था रोज उसको भी नही बक्सा। ये व्यक्ति वषिश्ठ टाइमस के संपादक के विरूद्ध एक संघ बनाकर ये लोग संपादक के विपरीत आलोचना का कार्य करते है। ये पत्रकारिता नही व्यापार है। ऐसे व्यक्ति पैसा मांगने को लेकर सीटी कोतवाली के सामने मार खाया था। इसके संबंध में पुरी जांच पड़ताल करते हुए 300 पृश्ठ की एक पुस्तक लिखी जाए ओ भी कम है, क्योकि इसके पास में बैंक का कर्जा पट गया और करोड़ों में पत्रकारिता में जुमा-जुमा चार-पाच साल नही हुआ और करोड़ो आसामी बन गया। और संपादक के विरूद्ध कर्मचारियों को बरगलाता रहता है।
शेष आगे............
ऐसा कौन सा व्यक्ति है जो किसी का सगा नही है, और किस-किस को ठगा नही।
ऐसा कौन सा व्यक्ति है जो किसी का सगा नही है, और किस-किस को ठगा नही।