*रवि शर्मा**
कोरिया/भरतपुर–* कोरिया जिले के दूरस्थ वनांचल क्षेत्रों में सरकार की वो लगभग तमाम योजनाएं जो गरीब जनता के बेहतर सामाजिक विकास के लिए चलाई जा रही है किस प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों में आते आते दम तोड़ देती हैं इसकी एक झलक आपको भरतपुर विकासखंड के अंतिम छोर पर बसी ग्रामपंचायत कटवार में देखा जा सकता है
यहां के वृद्ध चार साल से वृद्धा पेंशन की बाट जोह रहे हैं पर आज तक इन्हें पेंशन नहीं मिल सका है, इन्होंने कई बार सरपंच सचिव के सामने गुहार लगाई पर आज तक इनकी समस्या जस की तस बनी हुई है वर्तमान सरपंच ये कहते हुए पल्ला झाड़ लेते हैं कि मेरे कार्यकाल के पूर्व से ही ये समस्या बनी हुई है और जब से सरकार ने सीधे हितग्राहियों के खाते में पेंशन डालना शुरू किया है तबसे और ज्यादा परेशानी है किसी हितग्राही का खाता सही नहीं है तो किसी की समस्या है बहरहाल दिक्कत चाहे जो हो इसका खामियाजा गरीब वृद्धों को झेलना पड़ रहा है क्योंकि उम्र के इस पड़ाव में वृद्धा पेंशन उनके लिए संजीवनी से कम नहीं है अब देखना है कि कब ये हुक्मरान अपने केबिन से निकल कर इन गांवों की ओर झाँकेंगे और इन बूढ़ी आँखों के आँसू पोछेंगे।