अंबिकापुर। बलरामपुर जिले के अनुभाग मुख्यालय वाड्रफनगर का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ है। इस वीडियो में महिला आरक्षक रोते हुए पुलिस अधिकारी के समक्ष अपना दर्द बयां करते नजर आती है। मौके पर मौजूद लोगों के प्रति गुस्सा भी दिखाती है कि पुतला दहन के लिए प्रदर्शनकारियों का यह व्यवहार उचित नहीं । कवर्धा मामले को लेकर वाड्रफनगर में पुतला दहन का कार्यक्रम निर्धारित था। भाजपा का आरोप था कि कवर्धा में उत्पन्न परिस्थितियों के लिए प्रदेश की कांग्रेस सरकार जिम्मेदार है, इसलिए मुख्यमंत्री के पुतला दहन का निर्णय लिया गया था। राजीव गांधी चौक पर पुतला दहन का कार्यक्रम निर्धारित था। मुख्यमंत्री का पुतला दहन करने से रोकने के लिए पुलिस अधिकारी, कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगाई गई थी। महिला पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए थे। विरोध प्रदर्शन के बाद पुतला दहन को लेकर भाजपा, भाजयुमो के कार्यकर्ताओं और पुलिस अधिकारी कर्मचारियों के बीच छीना झपटी चल रही थी। जलते पुतले को पानी से बुझाने के लिए सहकर्मियों के साथ महिला आरक्षक बाल्टी में पानी लेकर दौड़ लगा रही थी। अचानक वह गिर पड़ी। मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों के साथ दूसरे लोगों ने सहारा देकर उसे उठाया। महिला आरक्षक को मामूली चोट भी आई थी। इस घटनाक्रम से महिला पुलिसकर्मी व्यथित हो उठी। पुतला दहन करने वालों पर गुस्से का इजहार करते हुए मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी के समक्ष कहा कि धा देकर उसे गिराया गया है। कर्तव्य निर्वहन में व्यवहार से दुखी महिला आरक्षक रो-रो कर गुस्से का इजहार करती रही। पुलिस की ओर से किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की ।
✍ महिला आरक्षक रोते हुए पुलिस अधिकारी के समक्ष अपना दर्द बयां करते ………
कवर्धा में उत्पन्न परिस्थितियों के लिए प्रदेश की कांग्रेस सरकार जिम्मेदार