बिलासपुर । महामाया मंदिर में नवरात्र की तैयारी को लेकर कलेक्टर डा. सारांश मित्तर ने ट्रस्ट मंदिर पदाधिकारियों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली। इस बार के नवरात्र में दर्शनार्थियों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा।
रतनपुर महामाया मंदिर ट्रस्ट के कार्यालय में नवरात्र की तैयारी को लेकर बैठक में कलेक्टर डा. सारांश मित्तर और एसपी दीपक झा ने मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली। इसमें नवरात्रि की तैयारी को लेकर अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। इस बार प्रशासन का कहना है की कोरोना महामारी अभी तक पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है इसलिए दर्शनार्थियों को करोना गाइडलाइन का पालन करते हुए दर्शन करना होगा।
इस बार मंदिर के पट सुबह सात बजे से लेकर रात दस बजे तक खोले जाएंगे। वहीं मंदिर ट्रस्ट द्वारा इस बार भंडारे के आयोजन नहीं होंगे और सप्तमी में होने वाला पदयात्री को भी स्थगित किया गया है। रात में जसगीत का कार्यक्रम भी कोरोना की वजह से नहीं कराए जा रहे हैं। कलेक्टर डा. सारांश मित्तर का कहना है कि कोरोना इस बार पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है जिसका अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए लोगों से अपील की गई है की जो भी दर्शनार्थी दर्शन के लिए आएंगे वे मास्क का प्रयोग करें और वैक्सीनेशन जरूर करवाएं।
उन्हेांने कहा जिन्होंने भी अभी तक वैक्सीनेशन नहीं करवाया है वह वैक्सीनेशन करवाकर दर्शन लाभ लेंगे। वही पुलिस विभाग, विद्युत विभाग, पीडब्ल्यूडी स्वास्थ्य विभाग व नगर पालिका इत्यादि अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई ताकि आने वाले दर्शनार्थियों को असुविधा नहीं हो। इसके लिए सीसीटीवी कैमरे एवं कंट्रोल रूम, पानी की व्यवस्था, साफ-सफाई, स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्था बनाने के लिए दिशा निर्देश दिए।
बैठक में मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष आशीष सिंह ठाकुर ने बताया हक जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के साथ बैठक में तय की गई है इसमें इस बार भी दर्शनार्थियों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करना पड़ेगा। इस बार 25000 मनोकामना ज्योति कलश जलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें 21000 ज्योतिकलश की रसीद कट चुकी है और भंडारे की व्यवस्था को स्थगित किया गया है।
सप्तमी पर लाखों की भीड़ होने की वजह से कोरोना संक्रमण को देखते हुए पदयात्रा को भी स्थगित किया गया है। बाकी दर्शनार्थियों को माता के दर्शन लाभ में कोई परेशानी नहीं हो इसके आनलाइन दर्शन की व्यवस्था के साथ ट्रस्ट की ओर से 30 गार्ड की व्यवस्था की गई है। इससे लोगों को आसानी से दर्शन का लाभ प्राप्त कर सकेंगे।