रायपुर। जब कुछ कर गुजरने की चाहत होती है, तो हर काम आसान हो जाता है। पहले कड़े संघर्ष के बाद मिसेज एशिया इंटनरनेशल का खिताब जीत चुकीं राजधानी रायपुर की डाक्टर सोनिया स्वर्णकार अब अपनी रंगोली की कलाकारी के लिए चर्चित हो रही हैं। दीपावली से पहले उन्होंने करीब 40 स्क्वायर फीट में मां लक्ष्मी की रंगोली बनाई है। माता की तस्वीर देख कर ऐसा लगता है, जैसे हूबहू मां लक्ष्मी प्रकट हो गईं हों। इसे बनाने के लिए उन्होंने ग्लास, कुंदन, स्टोन और खासकर इस्तेमाल किया है। दरअसल, डा. सोनिया इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय से बस्तर आर्ट में पीएचडी कर चुकी हैं। वह कला के साथ-साथ माडलिंग के क्षेत्र में खास पहचान रखती हैं। उनका मानना है कि कोई भी महिला अपने बुलंद इरादों से मनचाहा मुकाम हासिल कर सकती है।
वे बताती हैं कि कोरोना की वजह से तेजी से जाती नौकरी और रोजगार एक बड़ा सवाल रहा है। वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए आने वाली पीढ़ी को आत्मनिर्भर होना जरूरी है। इसी उद्देश्य के साथ महिलाओं और बच्चों को वह इसका निःशुल्क प्रशिक्षण दे रही हैं।
डा. सोनिया स्वर्णकार महिलाओं और बच्चों की कला को निखार रही हैं। साथ ही उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण दे रही हैं। वे अपने अशोका रत्न, शंकर नगर खम्हारडीह स्थित निवास में सड्डू की गरीब महिलाओं और आसपास के बच्चों को रोज म्यूरल आर्ट, बस्तर आर्ट, रंगोली और वेस्ट को बेस्ट बनाने के गुण सिखा रही हैं।
डा. सोनिया पिछले साल भगवान श्री कृष्ण की रंगोली के जरिए प्रतिकृति बनाकर चर्चा में रही हैं। उनके हाथों में वह जादू है कि वह किसी की भी तस्वीर हूबहू रंगोली के रंगों से जीवंत कर देती हैं। इस कलाकारी के कारण उन्होंने अपनी एक अलग पहचान भी बनाई है।