अंबिकापुर। शहर में लंबे इंतजार के बाद रिंग रोड का निर्मांण कार्य पूरा हुआ, लेकिन इस रोड के निर्मांण में बडी तकनीकि खामी अब सामने आ रही है। ड्रेनेज सिस्टम सही तरीके से न बनाए जाने के कारण बारिश में पूरी सडक पानी से लबालब हो जाती है और तालाब जैसा नजारा दिखाई देता है। इससे भी बडी समस्या यह है कि सडक का पूरा पानी सडक किनारे स्थित घरों के अंदर घुस जाता है और लोगों का बडी समस्या का सामना करना पडता है। पिछले दो दिनों तक हुई लगातार बारिश ने इस क्षेत्र के लोगों को बेहद परेशान किया है।
लगभग 100 करोड रुपये की बड़ी राशि खर्च कर नगर के रिंग रोड का निर्माण कराया गया, किंतु इसमें कई ऐसे इलाके हैं, जहां बारिश में पानी निकासी की समस्या खड़ी हो गई है। खासकर उत्तरी रिंग रोड में मिशन चौक इलाके में स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। रिंग रोड ऊंचा होने से एक हिस्से पर रहने वाली आबादी के लिए इस बारिश में मुसीबत हो गई है। बारिश शुरू होते ही रिंग रोड में लगभग डेढ़ से दो फीट पानी जमा हो जाता है और नालियों से न होकर सीधे लोगों के घरों में घुस जाता है। वहीं बारिश का पानी निकलने में घंटों लगने से लोगों की परेशानी बढ़ जाती है।
यहां रहने वाले कई परिवार पिछले कुछ दिनों से बेहद परेशानी में है। रिंग रोड की ऊंचाई ने इनके मकान को नीचे कर दिया है। जिससे बारिश का पानी इनके घर में घुस जाता है। शनिवार सुबह हुई तेज बारिश ने कुछ देर के लिए मोहल्ले में रहने वाले लोगों को मुश्किलों में डाल दिया। अधिकांश घरों में रिंग रोड का पानी घुस गया। रिंग रोड निर्माण एजेंसी ने इस 11 किमी लंबी सड़क के निर्माण के दौरान कई तकनीकी गलतियां की थी। जिससे लोगों को परेशान होना पड़ रहा है।
वहीं नगर निगम को इस स्थिति से कोई लेना-देना नहीं रह गया है। वहीं निगम के अधिकारी-कर्मचारी रिंग रोड उनके अधीन नहीं है कहाकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। रिंग रोड निर्माण के समय जो नालियां बनाई गई थी उसे सीजीआरडीसी ने बनवाया था। ऐसे में अब नए सिरे से ऐसे मोहल्लों में नाली का निर्माण करना और पानी निकासी फिलहाल संभव नहीं है। जब तक इसके लिए बड़ी योजना नहीं बनेगी तब तक पानी निकासी व्यवस्था आसान नहीं है।
यहां रहने वाले रोशन दीप प्रसाद और श्रद्धा खेरपाण्डेय ने बताया कि सडक निर्मांण के बाद ड्रेनेज का सिस्टम सही तरीके से नहीं बन पाने की वजह से आस-पास के लोग बडी परेशानी का सामना कर रहे हैं। जैसे ही बारिश होती पूरे परिवार को घर में पानी घुसने की चिंता सताने लगती है। घरों के अंदर एक- दो फीट तक पानी भर जाता है। परिवार के सदस्यों को बाल्टी से पानी घरों से बाहर निकालना पडता है। रात-रात भर जगकर सामान को पानी से बचाने के लिए जतन करना पडता है। इस समस्या से जल्द से जल्द राहत मिलनी चाहिए।