रायपुर। आज हम जिस प्रांत को छत्तीसगढ़ के नाम से जानते हैं, रामायण काल में उसे दक्षिण कोशल कहा जाता था। ऐतिहासिक प्रमाणों के आधार पर माना जाता है कि यह भगवान राम की माता कौशल्या का मायके है। इस लिहाज से दक्षिण कोशल या छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल हुआ। एक तरफ अयोध्या अधिपति के नाम से वर्षों बाद एक बार फिर उनकी जन्मस्थली में भव्य मंदिर का निर्मांण कार्य शुरू होने जा रहा है तो वहीं भगवान राम के ननिहाल में इसे लेकर उत्सव का माहौल दिख रहा है। राममंदिर शिला पूजन के दिन छत्तीसगढ़ में भी भव्य उत्सव की तैयारी हो रही है। यहां इस मौके पर सभी शहरों और गांवों में लोग घरों के सामने दीप जलाकर खुशियां मनाने की तैयारी कर रहे हैं। इसके साथ-साथ घरों में लाल ध्वजा भी लहराएगी।
राम जन्मभूमि स्थल में भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए 5 अगस्त को होने वाले भूमिपूजन के ऐतिहासिक अवसर को लेकर छत्तीसगढ़ के लोगों में भी खासा उत्साह दिख रहा है। लोग इस अवसर को यादगार बनाने के लिए यहां दीपावली जैसे आयोजन की तैयारी में जुटे हैं। हालांकि आतिशबाजी तो नहीं होगी, लेकिन इस दिन घर-घर दीप जलेंगे। इसके लिए लाखों की तादात में दीए तैयार किए जा रहे हैं। राजधानी रायपुर में पश्चिम क्षेत्र के विधायक विकास उपाध्याय ने अपने क्षेत्र में लोगों के बीच करीब 25 हजार दीए बांटे हैं जो कल शाम घरों की दहलीज पर जगमग होंगे। लोग स्वस्फूर्त होकर इस अवसर को यादगार बनाने की तैयारी में जुटे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि भले ही शिलान्यास अयोध्या में हो रहा है, लेकिन भगवान राम के ननिहाल में भी लोगों को इस पल का उपना ही इंतजार है। हालांकि लॉकडाउन के चलते शहरों में सामूहिक आयोजन नहीं होंगे, लेकिन लोग अपने घरों पर ही पूरे उत्साह के साथ इस उत्सव का मनाएंगे। एनएसयूआई द्वारा पूरे प्रदेश में प्रत्येक जिले, शहर विधानसभा, ब्लॉक और ग्रामों में ये कार्य्रकम आयोजित की गई है जिसमे सरगुजा जिले के समस्त ब्लॉक, विधानसभा, एवं घर-घर दीप प्रज्वलित कर एनएसयूआई परिवार मर्यादापुरुषोत्तम श्रीराम की जन्मभूमि में मन्दिर निर्माण के इस अवसर को पर्व के रूप में मनाएगी। एनएसयूआई ने ‘श्रीराम के नाम, एक दीया ननिहाल मे’ नामसे सोशल मीडिया पर एक कैंपेन भी चलाया है।
सरगुजा सभाग में भी विभिन्न संगठनों द्वारा व्यापक तैयारियां की जा रहीं हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल भाजपा भाजयुमो सहित विभिन्न हिंदूवादी संगठनों के साथ एनएसयूआई नेवी श्री राम मंदिर के भूमि पूजन अवसर को यादगार बनाने की तैयारी की है। आर एस एस के नरेंद्र सिन्हा व इंदर भगत ने बताया कि श्रीराम मंदिर का भूमिपूजन हर्षोंन्मादित एवं गौरवान्वित करने वाला है। सच्चाई की जीत का प्रत्यक्ष उदाहरण भी है। इस अवसर पर हम सभी प्रशासन के निर्देशों का पालन करते हुए घरों में भगवा ध्वज लगाकर, घरों – मंदिरों में रोशनी कर, रंगोली सजाकर, दीपक जलाकर आनंदपूर्वक मनाएंगे। शाम सात बजे सपरिवार घर में प्रभु श्रीराम की आरती कर राष्ट्र व समाज की सुख और समृद्धि के लिए प्रार्थना करेंगे। उन्होंने बताया कि प्रत्येक स्वयंसेवक कम से कम 10 परिचितों तथा मित्रों को संदेश भेजकर इस दिन को महोत्सव के रूप में मनाने अपील कर रहे हैं।
संघ कार्यालय, प्रणव भवन, सुभाषनगर में ध्वज एवं दीपक उपलब्ध है। अपने मोहल्ले, बस्ती के लिए आवश्यकतानुसार क्रय कर ले जा सकते हैं। सरगुजा एनएसयूआई के अध्यक्ष हिमांशु जायसवाल ने बताया कि 5 अगस्त को होने वाले श्रीराम मंदिर भूमिपूजन को सांस्कृतिक तरीक़े से मनाएंगे। छत्तीसगढ़ से भगवान राम का एक गहरा नाता है। छत्तीसगढ़ भगवान श्री राम का ननिहाल है, इसलिए यहां के लोगों को बहुत ही उत्सुकता है।