“पढ़ई तुंहर दुआर” कार्यक्रम बना बच्चों के लिए वरदान’
कोरिया 25 जुलाई 2020/ आज करोना महामारी के दौर में बच्चे शिक्षा से वंचित ना हो जाये, इसके लिए कोरिया जिले के विकासखण्ड खड़गवां में नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले समस्त प्राथमिक, माध्यमिक एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों मे कार्यरत शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा अपने विषयवस्तु की समयसारणी बनाकर वर्चुअल ऑनलाइन एवं मोहल्ला कक्षा के माध्यम से शिक्षा देने का प्रयास किया जा रहा है। इस ऑनलाइन कक्षा के माध्यम से बच्चे नित नए-नए शिक्षको से ज्ञान अर्जन कर रहे है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के माध्यम से कक्षा पहली से बारहवीं तक ऑनलाइन शिक्षा की शुरुआत की गई है। जिसका उद्देश्य था बच्चे शिक्षा से वंचित ना हो, शासन द्वारा घर बैठे ऑनलाइन कक्षा द्वारा शिक्षा प्राप्त कर सकें।
कोरिया जिले में कई क्षेत्र हैं जहां मोबाइल नेटवर्क की पहुंच नगण्य है। ऐसे क्षेत्रों मे बच्चो को ऑनलाइन कक्षा के माध्यम से शिक्षा प्रदान करना एक चुनौती थी। इसके समाधान के लिए जब संकुल शैक्षिक समन्वयक, समस्त विदयालयों के प्रधान पाठको एवं शिक्षको के बीच चर्चा की गयी, तब समस्या के समाधान हेतु मोहल्ला कक्षा का सुझाव दिया गया।
शारीरिक दूरी के सिद्धांतों को अपनाते हुए प्रत्येक शिक्षक आसानी से अधिक से अधिक बच्चों को शिक्षित कर सकता है, इस नवाचार के माध्यम से पढ़ाने पर बच्चों की आर्थिक स्थिति उनके बीच नहीं आएगी, और बच्चे आसानी से सीख सकेंगे। साथ ही उनके द्वारा बताया गया कि उपरोक्त समस्या के समाधान के संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी कोरिया ने भी इस प्रकार के नवाचार को शाला प्रबंध समिति के माध्यम से सफल बनाने की बात कही हैं।
प्रारंभ में शिक्षकों के शंका समाधान के लिए संकुल शैक्षिक समन्वयक द्वारा ऑनलाइन वर्चुअल एवं मोहल्ला कक्षा का प्रस्तुतीकरण किया गया। संकुल अंतर्गत प्राथमिक शाला हल्दीबाड़ी एवं मोहन नगर तथा प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला साजापहाड़, गेल्हपानी और डोमनहील सहित सड़क दफाई, के प्रत्येक शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा अलग-अलग स्थानों पर (जैसे- वार्डों में सामुदायिक भवन एवं मकान का बरामदा जहां दस से बारह बच्चे सामाजिक दूरी एवं मास्क पहनकर, नियमित सेनेटाइजर का उपयोग) बच्चों की सुविधानुसार अध्यापन करा रहे हैं।
मोहल्ला कक्षा के संबंध में अशासकीय विद्यालयों के संस्था प्रमुखों दवारा प्रतिवेदन भी दिया गया कि कोरोना संक्रमण के इस विकट घड़ी मे हम सभी शिक्षक छत्तीसगढ़ शासन के पढ़ाई तूहर दुआर कार्यक्रम के आयोजन हेतु सदैव आभारी रहेंगे। यह कार्यक्रम सफल एवं सुचारु रूप से प्रगतिशील है।