रायपुर। प्रदेश के उद्योगपति बस्तर में स्टील प्लांट लगाना चाहते हैं। उनका कहना है कि बस्तर में 500 करोड़ का निवेश करेंगे। इसके लिए सरकार को प्रस्ताव भी बनाकर भी दिया है। उद्योगपतियों का कहना है कि जगदलपुर में ही सारे प्लांट लगाए जाएंगे। छत्तीसगढ़ स्पंज आयरन एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल नचरानी ने बताया कि एनएमडीसी भी आयरनओर के लिए अगले 20 साल तक के लिए नीतियां बनाएं।
सरकार अगर इस पर जल्द फैसला कर लेती है तो अगले ढाई वर्षों के भीतर बस्तर में स्पंज आयरन प्लांट लग सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अभी रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर और रायगढ़ में स्पंज आयरन प्लांट हैं। अगर सरकार हमारे द्वारा तैयार पॉलिसी पर विचार करती है तो आने वाले दिनों में बस्तर में भी प्लांट लग सकेंगे। उन्होंने बताया कि पॉलिसी में बताया गया है कि बस्तर में अगर आकर्षण बढ़ाया गया तो वहां उद्योगपति आसानी से निवेश करेंगे।
बस्तर में औद्योगिक विकास की पर्याप्त संभावनाएं मौजूद हैं। यहां भू-गर्भ में दुनिया का सबसे बेहतरीन गुणवत्ता का आयरन ओर मिलता है। इसी के साथ यहां पर्याप्त मात्रा में श्रम संसाधन भी उपलब्ध हैं। इसके अलावा यहां ग्राम्य उद्योगों की भी असीम संभावनाएं हैं। इसके विपरीत बस्तर में परिवहन के साधन थोडे कमजोर हैं। हालांकि राजधानी से बस्तर संभाग मुख्यालय को जोडने वाली सडक काफी अच्छी है, लेकिन रेलवे का विस्तार बस्तर में नहीं हो पाया है। बस्तर में नक्सलवाद के खात्मे के लिए कुछ लोग आैद्योगिक विकास को हथियार के रूप में देखते हैं, तो बहुत से लाेग यहां आद्योगिक विकास का विरोध भी करते हैं। हालांकि बस्तर में औद्योगिक विकास से यहां स्थानीय स्तर पर रोजगार श्रृजन होगा और लोगों का पलायन रुकेगा। इसके साथ ही लोगों के जीवन स्तर में भी सुधार आएगा। आद्योगिक विकास के साथ इस क्षेत्र में अन्य बुनियादी सुविधाओं का भी विकास होगा।