प्रदेश में उपचुनाव के हालात बनाने के सवाल पर सिंधिया समर्थकों ने कहा कि विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के वचन पत्र में किये गये वादों को कांग्रेस ने पूरा नहीं किया जा रहा था। प्रदेश की जनता से किये गए वादों को हमारे नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आमसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने वादे पूरे नहीं किये तो मैं जनता के साथ खड़ा हूँ और जनता के साथ सड़क पर उतर जाऊँगा। इस पर कमलनाथ ने हमारे नेता सिंधिया को सड़क पर उतरने के लिए खुली चुनौती दी। हमने अपने विधायक व मंत्री पद को त्यागकर हमारे नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जनता की अदालत में जाने का फ़ैसला किया औऱ हम सभी प्रदेश की जनता के हक की लड़ाई लड़ रहे हैं और जनता की अदालत में पुनः आ रहे हैं। प्रदेश में उपचुनाव थोपने के लिए कमलनाथ सरकार दोषी है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह स्वार्थ, मतलब की राजनीति करते हैं और पुत्र मोह में अपने हित साधने के लिए प्रदेश की जनता को गुमराह कर रहे हैं और झूठे वादे कर जनता के साथ धोखा कर रहे हैं। कमलनाथ सरकार ने तबादला उधोग चलाया तथा बीजेपी की जनहितैषी योजनाओं को बंद कर दिया गया था और प्रदेश की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण प्रदेश का विकास रुक गया था। कमलनाथ सरकार कर्मचारियों को समय पर वेतन तक नहीं दे पा रही थी। वचन पत्र में किये गये वादों को पूरा नहीं किया गया था। प्रदेश की जनता ने हमारे नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश का भावी सीएम मानकर अपना वोट दिया था। जिससे प्रदेश की जनता अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर पछता रही थी।
प्रदेश की जनता ने दिग्विजय सिंह को नकार दिया है और चुनावों के दौरान दिग्विजय सिंह अपना मुँह जनता से छिपाते हुए जनता के सामने नहीं आते हैं और कांग्रेस का कोई भी उम्मीदवार दिग्विजय सिंह की सभा करवाने के लिए तैयार नहीं होता है। प्रदेश की पब्लिक हैं सब जानती हैं।
✍ प्रदेश की जनता को न्याय दिलाने के लिए, जनता की अदालत में पहुंचे……….
कमलनाथ सरकार कर्मचारियों को समय पर वेतन तक नहीं दे पा रही थी