उपकार में भी अपना स्वार्थ
जिला कोरिया बैकुण्ठपुर में भाजपा के प्रत्याशी आाम सभा में साहु समाज के बच्चे को लेकर जगह-जगह आम सभाओं में जाते हैं, एक ही समाज का गुणगान बच्चे को लेके करते हैं, बैकुण्ठपुर के भाजपा के प्रत्याशी के द्वारा कहा जाता है की मैं इस बच्चे के उपर 25 लाख रू. लगाकर इलाज कराया हूँ, जनता का कहना है की आपने कौन सा बड़ा तीर मार दिया, वह शासन के मद से पैसा दिलाने से साहु बच्चे का जीवन बचा क्या समाज के किसी एक व्यक्ति को खाना खिला दिया जाए तो क्या सभी समाज का पेट भर सकता है। जबकी साहु समाज को अपमानित करना उन्ही लोगों के वोट से विधायक की हार जीत होती है, समाज को कलंकित करना समाज के पानीदार व्यक्ति होगंे तो कभी भी माफ नहीं करेगें जिन लोगों को स्वेक्षानुदान प्राप्त हुआ है जैसे- विधानसभा के टिकिट के दावेदार कुबेर साहु जिनको स्वेक्षानुदान से 20 हजार रू. प्राप्त हुआ है तो गुणगान किसका करेंगे, अरे साहु समाज अपने समाज को देखते हुए सम्भल जाओ क्योंकि दो चार साहुओं को स्वेक्षानुदान देने से पुरे समाज का भला नहीं होगा, जबतक समाज संगठीत नहीं होगा तो समाज का भला नहीं होगा, यह समाज का आलोचना है की अपने स्वार्थ के खातीर बिमार बच्चे को जगह-जगह लेजाकर मंच पर खड़े होकर अपना प्रचार करना ठीक बात नही है, जबकी डाॅक्टर ने निर्देश दिया है की बच्चे को आराम की सक्त जरूरत है, कोरिया कलेक्टर ऐसे बिमार बच्चे को डाॅक्टर के निर्देशानुर आराम कराने की निर्देश दें, यह समाज का अपमान करना है।