कोरिया जिले के प्रशासन को असली नकली की पहचान नहीं
जिला कोरिया के पुलिस विभाग के एस.आई कुर्रे थाना प्रभारी सोनहत ने वशिष्ठ टाइम्स के संपादक कलेक्टर बैकुण्ठपुर चुनाव के पक्रिया को देखने गए हुए थे, उसी दौरान एस.आई कुर्रे द्वारा कलेक्टर परीसर में घुसने से पहले पुछा गया की, निवार्चन वाला पास है की नहीं है, संपादक द्वारा जवाब दिया गया की 1981 से समाचार पत्र चला रहा हूँ, तो परीचय की जरूरत नहीं वशिष्ठ टाइम्स समाचार पत्र के द्वारा न तो गाड़ी में प्रेस लिखाया है न कभी कार्ड गले में लगाया है, समाचार पत्र छत्तीसगढ़ व दिल्ली तक स्वयं पहचान बना के रखा है कार्ड सम्पादक ही सब को नियुक्ति पद देता है उसको किसी प्रमाण की क्या आवश्यकता है, नियुक्ति पत्र उस नयी पीढ़ी के लोगों को आवश्यकता जिनको चैनल व समाचार पत्र का पैसा दबाने के बाद दुसरे को पकड़ते हैं या फर्जी पत्रकार को रोका जाता है जो समाचार पत्र 27 राज्यों में अपनी पहचान बना के रखा है उसको निर्वाचन की कार्ड की आवश्कता नहीं है, संपादक द्वारा पोटल व नये समाचार पत्र की मांग कर रहे लोगों जो फर्जी व अवैद्य कारोबारी जो मीडिया के नाम से लाखों रू. का वसुली कर के गुगल में वेबसाइट बनाकर चल रहे हैं, उनको चुनाव आयोग किस आधार पर मीडिया मान रहा है ये अपनी समझ से परे हंैै। ऐसे फर्जी लोंगो के नाम से समाचार पत्र पंजीकृत किया जाता है तो दिल्ली रजिस्ट्रार के विरूद्ध भारतीय प्रेस परिषद में आवेदक के काले कारनामों की चिठ्ठी सबूत सहीत पेश किया जाएगा।