Home कोरिया ✍डबरे के ऊपर विधायिका का हांथ…….

✍डबरे के ऊपर विधायिका का हांथ…….

विधायिका के स्व0 पुज्य पिताजी जिनको संजिले कुमार एवं भगत जी के नाम से जाना जाता है

कोरिया जिले की रियासत से वशिष्ठ टाईम्स के संपादक का पुराना सबंध रहा है। विधायिका के स्व0 पुज्य पिताजी जिनको संजिले कुमार एवं भगत जी के नाम से जाना जाता है उनका वशिष्ठ टाईम्स के संपादक गुरू भाई एवं देवरिया बाबा के शिष्य थे, जब भी भगत जी बैकुण्ठपुर आते थे तो संपादक को पैलिस में बैठाकर सत्संग हुआ करता था, उस समय भगत जी एवं स्व0 डाॅ0 रामचन्द्र सिंहदेव जी इस बस्ती के सबंध में चर्चा करते थे कि यहां लोग स्वार्थी, दलाल एवं चापलूस किस्म के लोग हैं, जिनको कभी भी स्व0 कोरिया कुमार अपनी पैलेस की सीढी पर नही चढने देते थे, आज वही लोग जिनके द्वारा शिक्षकों के स्थानांतरण के लिये अधिकारियों से पैसा वसूला गया था।


यह बात विधायिका को मालूम होते हुए भी कि चापलूसी एवं दलाली के अलावा कोई दूसरा काम नही है। इसी के साथ ही डबरे द्वारा भवन निर्माण में टाईल्स को लेकर फर्जी तरीके से इंजीनियर से जबरन दस्तखत कराने के सबंध मंे इंजीनियर को मारा पीटा, गाली-गलौच करते हुए अपहरण किया, जिसकी शिकायत कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को किया गया, इस पर कोई कार्यवाही न होने से यह बात साबित होती है एवं लोगों का कहना है कि राजनीतिक दबाव में कोई कार्यवाही न होना डबरे के ऊपर विधायिका का संरक्षण है।


यहां तक कि पंचायतो में सीमेंट एवं राॅड पूर्णतः दबाव देकर सप्लाई किया जा रहा है और करोडों का ठेकेदारी कारोबार घटिया तरीके से किया जा रहा है जिसका जाॅंच किया जाना अपेक्षित है क्योंकि यह व्यक्ति हर जगह अधिकारियों पर दबाव बनाता रहा है जिसका समाचार प्रकाशन वशिष्ठ टाईम्स में कई बार किया जा चुका है। समाचार को लेकर संपादक से द्वेष मानते हुए उसके कार्यालय में लगी सीट पर आये दिन पत्थर फेंका जाता है जिसकी जानकारी कृष्ण कुमार साहू एवं विधायिका के सचिव भूपेन्द्र सिंह को भी मोबाईल पर अवगत कराया गया, डबरे के दबाव में कलेक्टर, एस0डी0एम0 एवं तहसीलदार जाॅच करने को अग्रसर नही है।
क्रमशः………

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