कोरोना वायरस को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर पलटवार किया है। अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोरोनावायरस से लड़ने के भारत के प्रयासों की घरेलू और विश्व स्तर पर प्रशंसा की जा रही है। कोविड-19 को हराने के लिए 130 करोड़ भारतीय एकजुट हैं। फिर भी, कांग्रेस इसपर गंदी राजनीति कर रही है। यह राष्ट्रहित के बारे में सोचने और लोगों को गुमराह करना बंद करने का समय है।
लॉकडाउन पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस की अंतिरम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपनी चिंता व्यक्त की। सोनिया गांधी ने कांग्रेस कार्यसमिति में कहा कि कोविड-19 से लड़ने के लिए स्थिर और विश्वसनीय जांच का कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि संकट की इस घड़ी में हमारे डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्य कर्मियों को हरसंभव सहयोग की जरूरत है।
सोनिया गांधी ने कहा कि लॉकडाउन जरूरी है, लेकिन इसे बिना तैयारी लागू करने से लाखों प्रवासी मजदूरों को परेशानी और तकलीफ उठानी पड़ रही है। कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की गई। इस दौरान सोनिया गांधी ने कांग्रेस शासित राज्यों में कोरोना वायरस के खिलाफ की जा रही तैयारियों का भी जायजा लिया।
उन्होंने महामारी में जूझ रहे लोगों की परेशानियों और उनको मिलने वाली सुविधाओं की भी जानकारी ली। इस बैठक में सभी बड़े नेताओं ने अपनी-अपनी बात रखी। इसके अलावा कोरोना वायरस को लेकर क्या इंतजाम किए जा रहे हैं इस पर भी चर्चा की गई।
बैठक में सोनिया गांधी के साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, गुलाम नबी आजाद, पी. चिदंबरम, कैप्टन अमरिंदर सिंह, अधिरंजन चौधरी, पीएल पुनिया, रणदीप सुरजेवाला, रघुवीर मीणा, रजनी पाटिल, अंबिका सोनी, रोहन गुप्ता, केसी वेणुगोपाल राव, ओमान चांडी, आरपीएन सिंह, लालजी देसाई, श्रीनिवास बीवी, मोतीलाल वोरा, जितिन प्रसाद जैसे नेता शामिल रहे।