बिलासपुर। ग्राम पचपेड़ी में धारा144 लागू होने के बाद गदिया तालाब में मछली मारने ग्रामवासियों की भीड़ उमड़ पड़ी है, जबकि पुलिस लोगों से घरों से निकलने की बात कह रही है। मस्तूरी विकासखंड के अंतर्गत मस्तूरी थाना और पचपेड़ी थाना क्षेत्र में लोगों को कोरोना के खतरा का कोई अंदाजा नहीं है। तालाब में मछली मारने की पुलिस को सूचना दी गई है परन्तु सुबह से अभी तक नहीं पहुंची है। जबकि तलाब से मात्र 100 मीटर पर स्थित पचपेड़ी थाना है। यहां तक की तालाब भी थाना प्रभारी के निवास के समीप है। पुलिस प्रशासन का इस ओर ध्यान ही नहीं गया और लोग सोशल डिस्टेंसिंग का बिना पालन किए लंबे समय तक भीड़ बनाकर यहां मछली पकड़ते रहे।
गौरेला, पेंड्रा में धारा 144 के कारण दुकानें नहीं खुली है। कोरोना वायरस के कारण लोग घरों से नहीं निकल रहे हैं। लोग एक दूसरे को जागरूक कर हैं। क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी लोगों को जागरूकता का संदेश दे रहे हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बीएमओ डॉ. देवेंद्र पैकरा सभी स्वास्थ्य केंद्र से जानकारी लेकर अधिकारियों को अवगत करा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर शहर में कुछ जगहों पर सुबह सब्जी बाजार लगे जिनमें भारी भीड़ नजर आई। इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस-प्रशासन को मशक्कत करनी पड़ी।
प्रशासन की अपील- अफवाह न फैलाएं
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव और नियंत्रण के लिए सरगुजा,सूरजपुर व बलरामपुर जिले में सारे इंतजाम किए जाने के बाद सोशल मीडिया में अफवाह से प्रशासन भी परेशान हैं। सरगुजा संभाग में अफवाह फैलाने वाले के खिलाफ पहली एफआईआर दर्ज होने के साथ ही सरगुजा के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पीएस सिसोदिया ने फिर दोहराया है कि सरगुजा जिले में कोई भी कोविड-19 संक्रमित मरीज नहीं है। समस्त प्राप्त रिपोर्ट अभी तक निगेटिव है। ह्वाट्सअप एवं फेसबुक जैसे सोशल मीडिया के माध्यम से किसी भी गलत खबर को फैलाना, अफवाह पैदा करना दंडनीय अपराध है। ऐसे किसी भी प्रकरण में कठोर दंडात्मक कार्यवाई की जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की है कि सहयोग करें, घरों में रहें एवं किसी अफवाह को बढ़ावा न दंे। सरगुजा का प्रशासन सतर्क एवं सतत निगरानी रखें हुए है।
कोरोना इफेक्ट के कारण रायगढ़ के मोनेट इस्पात जेएसडब्ल्यू ने शट डॉउन कर दिया है। मोनेट इस्पात ने ब्लास्ट फर्नेस के साथ अपनी पूरी यूनिट ही बंद कर दी। देश में जिस तरह 21 दिन के लॉक डाउन की घोषणा की गई है और कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण को रोकने सरकार एहतियातन बड़े कदम उठा रही है। पूरे जिले में ब्लास्ट फर्नेस बेस्ड सिर्फ दो उद्योग हैं जिसमें मोनेट और जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड श्ाामिल हैं। सरकारी आदेश के कारण स्पंज आयरन बेस्ड सभी इकाइयों को बंद करवा दिया गया है। सरकारी आदेश में ब्लास्ट फर्नेस बेस्ड स्टील उत्पादन यूनिट को बंद करने के निर्देश हालांकि नहीं हैं, लेकिन उसके बाद भी इस कंपनी ने एहतियातन यह कदम उठाया है।