रतलाम। सरवन थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत अमरगड़ के ग्राम जानपालिया में एक महिला ने अपने दो मासूम बच्चों को जहर दे दिया और फिर खुद ने फांसी लगा ली। इससे महिला और उसके 3 वर्षीय बेटे की मौत हो गई। वही 4 वर्षीय बेटी को सैलाना के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। महिला के यह कदम उठाने के कारणों का पता नहीं चला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जानकारी के अनुसार लालीबाई पति अंकित मुनिया (23) निवासी ग्राम जानपालिया ने रविवार सुबह 4 वर्षीय बेटी कल्पना और 3 वर्षीय पुत्र रविराज को पहले जहर पिलाया, इसके बाद खुद ने घर की छत पर लगी बल्ली से रस्सी बांधकर फांसी का फंदा बनाया और उस पर लटक गई। जहर पीने से उसके बेटे रविराज की घर पर ही मौत हो गई। वहीं फांसी लगाने से लाली बाई ने भी दम तोड़ दिया।
सुबह करीब 8:30 बजे कल्पना कुछ दूर रह रहे अपने परदादा वीर के घर पहुंची और उन्हें घटना की जानकारी दी। वीर जी और अन्य ग्रामीण मौके पर पहुंचे तथा पुलिस को सूचना दी। एएसआई आरएन सिंह पुलिस दल के साथ घटनास्थल पहुंचे। घटनास्थल की जांच के बाद कल्पना को इलाज के लिए सैलाना अस्पताल भेजा गया। उधर लालीबाई और उसके बेटे का शव सुबह करीब 11:30 बजे जिला अस्पताल लाया गया, जहां दोनों शवो का पोस्टमार्टम कराया गया।
लाली बाई के पिता खेमराज कटारा निवासी ग्राम गणावा ने आरोप लगाया कि दामाद अंकित आए दिन शराब पीकर उनकी बेटी लाली बाई से विवाद करता था। इसके कारण उनकी बेटी ने यह कदम उठाया है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। अंकित 2 दिन पहले उनके घर भी शराब पीकर आया था तब उन्होंने उसे वहां से अपने घर जाने के लिए कहा था। अंकित के पिता केसर सिंह मुनिया ने आरोपों को झूठा बताया है। घटना के समय महिला और उसके दोनों बच्चे घर पर थे पति अंकित मुनिया मजदूरी करने रतलाम आया हुआ था। सूचना मिलने पर वह घर पहुंचा और बेहोश हो गया।