इंदौर। एमवाय अस्पताल में डॉक्टरों की टीम ने तीन साल के बच्चे के सिर में चार इंच धंसा तीर सफलता पूर्वक ऑपरेशन कर निकाल दिया। हादसे के नौ घंटे बाद स्वजन अस्पताल पहुंचे थे। अधिक खून बहने से बच्चे की स्थिति नाजुक बनी हुई थी। डॉ. राकेश गुप्ता ने बताया कि स्वजन बच्चे को शुक्रवार को अस्पताल लाए थे। आलीराजपुर के पास किसी गांव में बच्चे को तीर लगा था। पहले उसे आलीराजपुर के अस्पताल लेकर गए, लेकिन वहां तीर निकालने की कोशिश में लकड़ी से बना ऊपरी हिस्सा टूट गया। इस पर बच्चे को एमवायएच भेजा गया। यहां तत्काल उसका एक्सरे कराया व ऑपरेशन का निर्णय लिया गया, क्योंकि अधिक देर होने से इन्फेक्शन का खतरा भी था। तीर को हिलाने पर दिमाग की मुख्य नस को नुकसान पहुंचने का खतरा था। टीम ने दो घंटे ऑपरेशन कर तीर को निकाला। अब बच्चे की स्थिति ठीक है। उसे मंगलवार को छुट्टी दे दी जाएगी। टीम में डॉ. जफर शेख, सोनिया मोजेस, डॉ. रश्मि पॉल, डॉ. यशपाल शामिल रहे।
सिर में तीर घुसने के बाद बच्चा बहुत रो रहा था, इसके बाद आलीराजपुर के गांव से परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। जिसके बाद डॉक्टरों ने उसे इंदौर के एमवाय अस्पताल रेफर कर दिया। यहां डॉक्टरों की टीम ने पहले बच्चे के सिर में लगे तीर की जांच की और फिर इसके बाद ऑपरेशन कर उसे निकाल दिया। इस तरह उन्होंने एक मासूम की जान बचा ली। अपने बच्चे के ऊपर से खतरे के टलने के बाद परिजन खुश हो गए, उन्होंने डॉक्टरों को इसके लिए धन्यवाद दिया।