नई दिल्ली (24 जनवरी): निर्भया मामले में दोषियों को लेकर तिहाड़ प्रशासन असमंजस की स्थिति में फंसा हुआ है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, प्रशासन अभी तक तय नहीं कर पाया है कि फांसी के बाद दोषियों के शव को परिजनों को सौंपा जाएगा या नहीं। बताया जा रहा है कि हालात को देखकर ही शव परिजन को सौपे जाएंगे। अगर स्थिति खराब हुई तो दोषियों का अंतिम संस्कार तिहाड़ प्रशासन ही करेगा।
इसके साथ ही निर्भया केस के दोषियों को फांसी की सजा 22 जनवरी से 1 फरवरी कर दी गई है, लेकिन दोषी अपनी फांसी की सजा को और लंबा खींचने के लिये तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। हालांकि तिहाड़ जेल प्रशासन अपनी कार्रवाई आगे बढ़ा रहा है। इसी कड़ी में जेल प्रशासन ने निर्भया कांड मामले के एक दोषी मुकेश के परिजनों को खत लिखा था, जिसमें उससे आखरी बार मिलने की बात कही थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, तिहाड़ जेल प्रशासन ने निर्भया कांड मामले के एक दोषी मुकेश के परिजनों को खत लिखा था और कहा कि उसकी दया याचिका खारिज हो गयी है, अब अगर उससे आप लोग आखरी बार मिलना चाहे तो मिल सकते हैं। हालांकि तिहाड़ प्रशाशन ने ये बात भी स्पष्ट कि की अन्य बाकी दोषियों के परिजनों को कोई भी खत नहीं लिखा गया है, क्योंकि वो लोग सामान्य तरीके से अपने परिजनों से मिल रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि दोषियों को फांसी देने के लिए मेरठ से पवन जल्लाद 30 जनवरी को तिहाड़ पहुंच रहे हैं।
इससे पहले फांसी से पहले जेल प्रशासन ने निर्भया के दोषियों पवन, अक्षय, विनय, मुकेश को नोटिस थमाकर पूछा है कि वह अंतिम बार किससे मिलना चाहते हैं? जेल प्रशासन ने पूछा है कि उनके नाम कोई प्रॉपर्टी है तो क्या वह उसे किसी के नाम ट्रांसफर करना चाहते हैं, कोई धार्मिक किताब पढ़ना चाहते हैं या किसी धर्मगुरु को बुलाना चाहते हैं? अगर वे चाहें तो इन इच्छाओं को 1 फरवरी से पहले पूरा कर सकते हैं। जेल सूत्रों ने बताया कि चारों में से एक विनय ने दो दिनों तक खाना नहीं खाया था, लेकिन बुधवार को इसे खाना खाने के लिए बार-बार कहा गया तो थोड़ा खाना खाया। वहीं, दोषी पवन जेल में रहते हुए खाना बहुत कम कर दिया है।
चारों को फांसी पर लटकाने की नई तारीख 1 फरवरी सुबह 6 बजे मुकर्रर की गई है। अगर इसी बीच मुकेश के अलावा अन्य तीनों में से किसी ने दया याचिका डाल दी तो यह मामला फिर कुछ दिन के लिए आगे बढ़ सकता है।