रायपुर। राष्ट्रीय पुरुष नसबंदी पखवाड़े के दौरान कबीरधाम जिले में सबसे ज्यादा 343 पुरुषों ने परिवार को नियोजित करने की जिम्मेदारी उठाते हुए नसबंदी अपनाई। पूरे प्रदेश में 1,797 पुरुषों ने नसबंदी कराई। इसमें कांकेर में 343 और राजनांदगांव में 218 पुरुषों ने नसबंदी अपनाई जबकि रायपुर में 155 पुरुषों ने एनएसवी करवाई है। राष्ट्रीय पुरुष नसबंदी पखवाड़ा-2019, 21 नवंबर से 4 दिसंबर तक मनाया गया। प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार और परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी को बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने इसका आयोजन किया था। अभियान का संचालन नीरज बंसोड़ संचालक स्वास्थ्य सेवाएं छत्तीसगढ़ शासन और डॉ. कौशल प्रसाद के मार्गदर्शन में हुआ। उप संचालक परिवार कल्याण संचनालय स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. अखिलेश त्रिपाठी ने बताया राज्य में इस बार राष्ट्रीय पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के तहत कबीरधाम में 343, कांकेर में 245, राजनांदगांव में 218, कोंडागांव में 163, रायपुर में 155, बालोद में 73, बस्तर में 71, धमतरी और रायगढ़ में 64, बलौदाबाजार में 61, महासमुंद में 50, मुंगेली में 47, कोरबा में 37, सरगुजा में 36, जांजगीर-चांपा में 31, बेमेतरा में 27,सूरजपुर में 21, कोरिया में 19, दुर्ग में 16,दंतेवाड़ा में 15, सुकमा में 13, बीजापुर में 10, नारायणपुर में नौ, बलरामपुर में पांच, जशपुर में तीन,बिलासपुर में एक कुल कुल 1797 पुरुषों ने परिवारनियोजन के साधन के रूप में नसबंदी कराई। डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि पुरुषों की अब है बारी, परिवार नियोजन में भागीदारी स्लोगन पर आधारित नसबंदी पखवाड़ा 2019 दो चरणों में मनाया गया। पहला चरण 21 से 27 नवंबर तक मोबिलाइजेशन सप्ताह के रूप में तथा दूसरा चरण 28 से चार दिसंबर को सेवा वितरण सप्ताह के रूप में मनाया गया।