बिलासपुर। सोमवार की देर शाम कुछ युवक किशोरी को पकड़कर जबरिया लेकर जा रहे थे। किशोरी के शोर मचाने पर अधेड़ बीच-बचाव करने पहुंचा और उसे मुक्त कराया। इस बात से नाराज आरोपित युवकों ने अधेड़ की जमकर पिटाई कर दी। पुलिस ने इस गंभीर मामले में साधारण मारपीट का मामला दर्ज किया है। घटना मरवाही क्षेत्र के ग्राम बरौर की है। यहां रहने वाला उदल दास रोजी-मजदूरी करता है। सोमवार को गांव में साप्ताहिक बाजार था। शाम करीब 6.30 बजे वह बाजार से सब्जी खरीदकर घर लौट रहा था। तभी रास्ते में गांव के मघ्घू के घर के पहले इंदु अहिर उर्फ सागर का बेटा नरेंद्र अहिर अपने दो-तीन दोस्तों के साथ एक किशोरी को पकड़ कर खींच रहा था। वहीं, किशोरी बचाव-बचाव चिल्ला रही थी। आवाज सुनकर वह मौके पर पहुंच गया। इस बीच साइकिल खड़ी कर उसने युवकों के चंगुल से किशोरी को मुक्त कराया। उनके चंगुल से छूटकर किशोरी भाग गई। इतने में आरोपित युवकों ने लड़की को छुड़ाने को लेकर विवाद करते हुए लाठी-डंडे से उदल की जमकर पिटाई कर दी। इस हमले में अधेड़ घायल हो गया। इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने पर युवकों ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी। घायल अधेड़ मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने थाने पहुंच गया। उसकी रिपोर्ट पर मरवाही पुलिस ने गंभीर मामले में धारा 294, 323, 506, 34 के तहत अपराध दर्ज कर खानापूर्ति कर ली है।
पुलिस की उदासीनता से बढ़ रहा अपराधियों का हौसला
एसपी सहित पुलिस के आला अधिकारी थानेदारों की बैठक लेकर गुंडे-बदमाशों को गैरजमानतीय मामलों में जेल भेजने की चेतावनी दे रहे हैं। वहीं, थानेदार व पुलिसकर्मी उल्टा अपराधियों से सांटगांठ कर उनकी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं। ऐसे में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना स्वाभाविक है।