छत्तीसढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मंगलवार को अनुपूरक बजट पर चर्चा की शुरुआत करते हुए अजय चंद्राकर ने सरकार पर जमकर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि देश में सबसे ज्यादा शराब छत्तीसगढ़ में पी जा रही है। उन्होंने संस्कृति मंत्री से कहा कि पंजाब में नशे को लेकर जिस तरह उड़ता पंजाब फिल्म बनी थी, वैसे ही अनुदान देकर आप उड़ता छत्तीसगढ़ फिल्म बनवाइए। चंद्राकर ने पूंजीगत व्यय की तुलना में राजस्व व्यय बढ़ने की आलोचना करते हुए सरकर से पूछा कि आप ऐसी कौन सी व्यवस्था कर रहे हैं जिससे उद्यमिता बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि सरकार लोक वित्त का दुरुपयोग कर रही है। धान को लेकर उन्होंने कहा कि आज तक राइस मिलों का पंजीयन नहीं हुआ है, बोनस का फैसला नहीं हुआ है। यह कैसा काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस सरकार का यदि कोई पहला घोटाला उजागर होता तो वह राज्योत्सव का टेंडर घोटाला होगा। भीमा मंडावी मामले का जिक्र करते हुए चंद्राकर ने पूछा कि आप एनआईए की जांच से क्यों डर रहे हैं? इस मामले में आप कोर्ट पर कोर्ट क्यों जा रहे हैं? आखिर सरकार क्या छिपना चाह रही है, डर क्यों रही है? जकांछ विायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि बिलासपुर में दो शक्ति केंद्र बन गए हैं। उन्होंने कहा कि बिलासपुर का हाल यह है कि, विधायक को कॉलेज के कार्यक्रम में बुला लिया जाता है, तो कार्यक्रम का आयोजन करने वाले लड़कों को पुलिस ले जाकर 307 के मामले में बंद कर देती है। क्योंकि बिलासपुर में मौजूद दूसरे शक्ति केंद्र को विधायक का वहां बुलाया जाना पसंद नहीं आया तो पुलिस को बोल के अंदर करा दिए।
सिंह ने सदन में मौजूद गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू से कहा- गृहमंत्री जी, यह कैसी पुलिसिंग है और क्यों है। चमत्कार यह भी है कि आपका एक विभाग पीडब्ल्यूडी भी है। आपको इनाम भी मिल गया है। कानून व्यवस्था के मामले में छत्तीसगढ़ देश में 17वें स्थान पर है तो पर्याटन के मामले में 20 राज्यों की सूची में 20वें नंबर पर। उन्होंने कहा कि एसआइटी और कमेटी से सरकार नहीं चल सकती। उन्होंने लोरमी में कृषि महाविद्यालय खोलने की भी मांग की। बसपा विधायक केशव चंद्रा ने कहा कि आपकी सरकार में जनप्रतिनिधियों का सम्मान नहीं रह गया। उनके विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक कार्यक्रम का जिक्र करते हुए बताया कि कार्यक्रम में उन्हें बुलाया ही नहीं गया था, लेकिन मंच से बार-बार यह बताने की कोशिश की गई कि बुलाया गया था, लेकिन नहीं आए। चंद्रा ने कहा कि धान को लेकर किसान संशय की स्थिति में है। उन्होंने कहा कि किसानों का कर्ज भी माफ नहीं हुआ है।