छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्थित गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल के बाल वैज्ञानिक मनीष यादव रूस में आयोजित बायोलॉजिकल एंड जेनेटिक रिसर्च सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। नीति आयोग ने इस स्कूल के दो महत्वपूर्ण आविष्कार अटल कृषि मित्र व बायो टॉयलेट का चयन रूस के लिए किया है। सम्मेलन के दौरान रूस के राष्ट्रपति बाल वैज्ञानिकों से रूबरू होंगे। रूस के सोची शहर में स्थापित रिसर्च सेंटर में सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्थित अटल टिकरिंग लैब के इंचार्ज व लेक्चरर डॉ.धनंजय पांडेय को बुधवार को ईमेल के जरिए इस बात की जानकारी दी और निर्देशित किया कि बाल वैज्ञानिक मनीष यादव को रूस जाने के लिए पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया प्रारंभ करें।
नीति आयोग ने बाल वैज्ञानिकों की टीम द्वारा बनाए गए दो महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट रोबोटिक खेती और स्मार्ट बायो टॉयलेट का चयन किया है। खास बात ये कि बाल वैज्ञानिकों द्वारा बनाए गए स्मार्ट बॉयोटायलेट का उपयोग दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा ट्रेनों में किया जा रहा है। यह शतप्रतिशत सफल माना जा रहा है। बाल वैज्ञानिकों ने भविष्य में होने वाली खेती की ओर नीति आयोग का ध्यान तेजी के साथ खींचा है। इन्होंने अपने प्रोजेक्ट के जरिए बताया है कि आने वाले दिनों जब मैन पावर का संकट गहराएगा तब खेती का स्वरूप पूरी तरह वैज्ञानिक आधार पर होगा। तब किसान की जगह रोबोट खेत की जुताई करेगा, खेत में बीज डालेगा। यही नहीं बीमारी आने पर फसलों में दवा का छिड़काव करेगा। रोबोट फसल की कटाई और मिसाई भी करेगा।
स्मार्ट रोबोटिक किसान को बाल वैज्ञानिकों ने पूर्व प्रधानमंत्री व भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित करते हुए इसका नाम अटल कृषि मित्र रखा है। बीते महीने राजधानी दिल्ली में आयोजित इंटरनेशनल रोबोटिक चैम्पियनशिप में अटल कृषि मित्र ने बाजी मारी थी। देशभर में इस आविष्कार को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ था।नीति आयोग ने ईमेल के बताया है कि रूस में आयोजित होने वाले बायोलॉजिकल एंड जेनेटिक रिसर्च समिट के लिए बाल वैज्ञानिक मनीष यादव का चयन किया गया है। अटल कृषि मित्र और स्मार्ट बायोटॉयलेट जैसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का प्रदर्शन करेंगे