मल्टीमीडिया डेस्क। हाल ही में व्हाट्सएप पर स्पायवेयर अटैक और लोगों के अकाउंट हैक होने की सूचनाओं के बाद बवाल मचा हुआ है। जहां इस पर राजनीतिक स्तर पर घमासान है वहीं तकनीकी स्तर पर भी सरकार व्हाट्सएप से जवाब तलब करने में लगी है। इस बीच व्हाट्एस खुद एक बड़े संकट से गुजर रही है। इस पूरे कांड के सामने आने के बाद व्हाट्सएप के डाउनलोड में 80 प्रतिशत की कमी आ गई है। अगर आप भी सिग्नल या टेलीग्राम यूजर हैं तो आपने पिछले कुछ दिनों में अपने कॉन्टेक्ट्स के टेलीग्राम जॉइन करने की खबरें सुनी होंगी।
मोबाइल एनालिटिक्स और इंटेलीजेंस फर्म सेंसर टॉवर के डेटा सोर्सेज के अनुसार, 26 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच व्हाट्सएप के डाउनलोड्स में भारी कमी आई है और यह कमी 80 प्रतिशत तक है। 17 अक्टूबर से 25 अक्टूबर के बीच वाले हफ्ते में जब व्हाट्सएप और एनएसओ ग्रुप का मामला सामने आया था, व्हाट्सएप डाउनलोड 8.9 मिलियन था वहीं 26 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच यह घटकर 1.8 मिलियन पर आ गया।
इस दौरान ज्यादातर यूजर व्हाट्सएप की ही तरह एंड टू एंड इनक्रिप्शन वाले ऐप सिग्नल और टेलीग्राम को पसंद करने लगे हैं। 26 अक्टूबर के बाद जहां भारत में सिग्नल ऐप के डाउनलोड में 63 प्रतिशत की तेजी आई है वहीं टेलीग्राम को 10 प्रतिशत ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया है।
सेंसर टॉवर के अनुसार, यह फिगर्स यूनिक डाउनलोड्स हैं जो किसी एक एपल आईडी या गूगल अकाउंट पर प्रति डाउनलोड को दिखाते हैं। इसमें एक ही यूजर के एक से ज्यादा डिवाइसेज और रि-इंस्टालेशन को नहीं गिना जाता है। बता दें कि 29 अक्टूबर को व्हाट्सएप ने माना था कि वो इजरायली समूह एनएसओ ग्रुप पर केस करने जा रही है जिसमें पेगासस सॉफ्टवेयर बेचा था। इस सॉफ्टवेयर में किसी डिवाइस में घुसकर उसके डेटा को एक्सेस करने की क्षमता होती है इस सॉफ्टवेयर ने व्हाट्सएप के वीडियो कॉलिंग फीचर में मौजूद लूपहोल का फायदा उठाया और यूजर के अकाउंट का एक्सेस किया।