कवर्धा। सहसपुर लोहारा थाना क्षेत्र के ग्राम खम्हरिया में चारा खाने के बाद 100 से अधिक मवेशी बीमार हो गए। देखते-देखते मवेशियों की मौत होने लगी। दो दिनों के अंदर करीब 22 मवेशियों की मौत हो गई है। इनमें 20 गायें और दो बकरियां शामिल हैं। इस घटना के बाद जिला प्रशासन को सूचना दी गई। पशु चिकित्सा विभाग की टीम आने के बाद हालत को काबू किया गया। प्रारंभिक तौर पर यह बताया जा रहा है कि मवेशियों ने जो चारा खाया था उसमें कीटनाशक की ज्यादा मात्रा होने की वजह से उनकी मौत हुई है। घटना को लेकर सरकार ने भी चिंता जाहिर की है। कृषि व पशुपालन मंत्री रविंद्र चौबे सोमवार को घटना की जांच के आदेश दिए हैं। रायपुर से एक टीम घटना स्थल जाकर मामले की जांच करेगी।
बताया जा रहा है कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने पैरा व फलस में कीटनाशक डाल दिया था। इसी पैरा व फसल को मवेशियों ने खा लिया। इस कारण वे बीमार हो गई। मौके पर पहुंच पशु चिकित्सा विभाग के उपसंचालक डॉ. एनपी मिश्रा ने बताया कि वर्तमान में हालत काबू में है।कोई भी मवेशी गंभीर रूप से बीमार नहीं है। वहीं डॉक्टरों की टीम को गांव में रहने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने बताया कि गांव के सभी मवेशियों को एहतियातन टीका भी लगाया जा रहा है, ताकि भविष्य में कोई परेशानी न हो।
इधर इस घटना के बाद जिला प्रशासन भी परेशान रही। दरअसल कई लोग सोसल मीडिया में इस गांव में 100 से अधिक मवेशी मारे जाने के जानकारी दे रहे थे। साथ ही 350 से अधिक मवेशी बीमार होने की बात कह रहे थे। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं था। गांव में सुबह से ही पशु चिकित्सा विभाग की टीम पहुंच गई थी। वहीं कलेक्टर ने भी इस पूरे मामले में मवेशियों को उपचार करने निर्देश दिया था, ताकि किसी भी मवेशी को कुछ न हो।
वर्तमान समय में मौसम के परिवर्तन के कारण फसलों में कीट लगने की शिकायतें शामिल आ रही है। इसे देखते हुए किसान अपने फसलों में कीटनाशक दवाई का छिड़काव किया है। रविवार को गांव में हुए मवेशियों के साथ हादसा इसी के साथ जोड़कर देखा जा रहा है। ग्रामीणों को कहना है कि मवेशी खेत में दवा छिड़काव हुए फसल को खा लिए होंगे। इस कारण बीमार हुए थे, लेकिन कई ये भी कह रहें कि मवेशियों को चराने के लिए चारावाहा लगाया गया हैं। ऐसे में कोई मवेशी कैसे फसल को चर सकती हैं।