दीपका के एक युवक को ऑनलाइन मोबाइल लेना महंगा पड़ा। पार्सल घर पहुंचने के बाद पैकेट खोला तो मोबाइल की जगह उसे डेमो मोबाइल मिला। युवक ने इसकी शिकायत पहले तो कस्टमर केयर में की, लेकिन वहां से उसे किसी प्रकार की सहायता नहीं मिली। उसने इसकी शिकायत दीपका पुलिस से की है। दीपका के बजरंग चौक शांतिनगर निवासी सरफराज अंसारी ने क्लब फैक्ट्री से ऑनलाइन मोबाइल का ऑर्डर 20 दिन पहले किया था। कुछ दिन बाद ही उसे मोबाइल की डिलवरी की गई। जब उसने पैकेट खोला तो उसके होश उड़ गए।
पैकेट के अंदर डेमो मोबाइल रखा हुआ था। युवक ने क्लब फैक्ट्री के कस्टमर केयर को फोन किया, लेकिन गोलमोल जवाब दिया गया। मोबाइल की कीमत 14 सौ रुपये है, इस राशि को वह पहले ही दे चुका है। शिकायत के तीन दिन बाद भी उसे मोबाइल नहीं दिया गया। युवक ने आसपास के युवकों को इसकी जानकारी दी। उसके दोस्तों ने क्लब फैक्ट्री के अलग-अलग नंबरों में कॉल लगाकर इसकी शिकायत की, लेकिन उसे कोई भी रिस्पांस अब तक नहीं मिल पाया।
इसके दो दिन पहले बांकीमोंगरा में रहने वाली सलिमा सोना ने क्लब फैक्ट्री से टी-शर्ट मंगाया था, जिसके लिए उसने 600 रुपये जमा भी किए थे, लेकिन जब उसे शर्ट पसंद नहीं आया तो वह शर्ट को लौटा दी। इसके बाद भी उसे पैसे वापस नहीं मिले। इसकी शिकायत उसने क्लब फैक्ट्री के मोबाइल नंबर पर की तो उसके एटीएम का गोपनीय नंबर पूछकर उसके खाते से पैसे निकाल लिए।
दीपका क्षेत्र में ही क्लब फैक्ट्री से एक युवक ने मोबाइल का ऑर्डर किया था, लेकिन जब उसके पास पैकेट पहुंचा तो उसमें से मोबाइल की जगह साबुन निकला। सरफराज का कहना है कि उसने इसकी शिकायत दीपका पुलिस से की है। पुलिस इस मामले में जांच के बाद क्लब फैक्ट्री के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध करेगी।