पिछले कई महीनों से बाजार में चली आ रही मंदी की धारणा को धनतरेस की खरीदारी ने गलत साबित कर दिया है। पिछले साल की तुलना में इस साल धनतेरस की खरीदारी 30 फीसद तक ज्यादा रही। धनतेरस की खरीदारी में लोगों ने शुभ मुहूर्तो का विशेष ध्यान रखा और इन मुहूर्तों में ही सर्वाधिक खरीदारी देखी गई। वैसे तो सराफा, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स संस्थानों में सुबह से ही भीड़ उमड़ने लगी लेकिन शुभ मुहूर्त यानी शुभ-चर और उद्वेग चौघड़िया में जबरदस्त खरीदारी हुई। धनतेरस की खरीदारी में सर्वाधिक योगदान ऑटोमोबाइल सेक्टर का रहा और प्रदेश के कुल कारोबार का 40 फीसद से अधिक हिस्सा ऑटोमोबाइल का रहा। इस धनतेरस कार-बाइक अपने फूल स्पीड में भागे और कीमत महंगे होने के कारण थोड़े से घबरा रहे सराफा कारोबारियों के चेहरे खिल उठे।
नए कलेक्शनों के साथ ही ऑफरों ने लुभाया
सराफा जगत में उपभोक्ताओं को गहनों के नए कलेक्शन के साथ ही ज्वेलरों द्वारा दिए जा रहे ऑफरों ने लुभाया और लोगों ने जमकर खरीदारी की। कीमतों में बढ़ोतरी का प्रभाव तो बिल्कुल भी नहीं देखा गया। रजवाड़ा कलेक्शन, ब्राइडल कलेक्शन से लेकर लाइटवेट गहनों की बुकिंग लोगों ने शुभ मुहूर्तो के लिए पहले से ही करवा ली थी। इनके साथ ही शुभ दिन शुभ मुहूर्त में क्वाइन की भी बिक्री जबरदस्त रही।
गुरुवार आधी रात से शुरू हो गई थी पसंदीदा बाइकों की डिलीवरी
ऑटोमोबाइल की जबरदस्त बिक्री का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि शुक्रवार को धनतेरस के दिन तो बिक्री जबरदस्त रही। इसके साथ ही पसंदीदा बाइक और स्कूटरेट गाड़ियों की डिलीवरी गुरुवार आधी रात के बाद भी ऑटोमोबाइल संस्थानों ने देनी शुरू कर दी। इसके लिए बहुत से संस्थान खुले भी रहे। प्रदेश के कुल कारोबार में 40 फीसद से अधिक ऑटोमोबाइल का ही रहा।
मोबाइल बिक्री ने बनाया रिकार्ड
इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों में टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन और अन्य की बिक्री के साथ ही पहली बार मोबाइल बिक्री ने रिकार्ड बनाया है। कारोबारियों की मानें तो अकेले मोबाइल ने छत्तीसगढ़ में 80 से 100 करोड़ के बीच का कारोबार किया है। इस जबरदस्त बिक्री में संस्थानों द्वारा दिए जाने वाले ऑफरों के साथ ही जीरो फीसद ब्याज दर पर उपलब्ध फाइनेंस की सुविधा का प्रमुख योगदान रहा है।
पसंद आए कपड़ों के नए कलेक्शन
त्योहारों और शादी सीजन के लिए आए हुए कपड़ों के नए कलेक्शनों की भी खूब बिक्री हुई। ग्राहकों को लुभाने कपड़ा संस्थानों में नए कलेक्शनों का स्टॉक मंगाया गया है। कुछ संस्थानों में तो ग्राहकों को ऑफर भी दिए गए। इसके साथ ही उपहार बांटे गए।