बलरामपुर जिले के चांदो थाना अंतर्गत ग्राम करचा मुख्य मार्ग में गर्भवती की रक्तरंजित लाश मिलने के मामले का पर्दाफाश हो गया है। पति ने ही मारपीट कर महिला को बाइक से गिराकर कई बार उसके ऊपर से बाइक पार कर हत्या की थी। आरोपित पति को पुलिस ने न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। बलरामपुर एएसपी प्रशांत कतलम ने बताया कि घटना दिवस 14 अक्टूबर को ग्राम करचा मुख्य मार्ग में गर्भवती महिला की रक्तरंजित लाश मिली थी। मृतका की पहचान ग्राम करचा निवासी कीर्ति सोनवानी के रूप में हुई। पहले दिन से ही पुलिस को संदेह था कि वारदात में उसके पति आशीष गुप्ता का हाथ हो सकता है, लेकिन घटनास्थल की परिस्थितियां ऐसी बना दी गई थी कि मामला सड़क दुर्घटना का लगे। घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी टीआर कोसिमा ने बारीकी से एक-एक बिंदु की जांच का निर्देश दिया।
घटनास्थल के अवलोकन से स्पष्ट हो गया कि मामला सामान्य सड़क दुर्घटना का नहीं बल्कि हत्या का है। लेकिन एक भी प्रत्यक्षदर्शी नहीं होने से पुलिस भी उलझन में थी। घटना को लेकर क्षेत्रवासियों में भी आक्रोश का माहौल बना हुआ था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि पर पुलिस ने पहले मृतका के पति भेदमी निवासी आशीष गुप्ता को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। शुरू में तो वह पुलिस को गुमराह करते रहा लेकिन घटना दिनांक व उसके पूर्व की उसकी गतिविधियां संदिग्ध थी। ऐसे में पुलिस का शक गहराता गया और जब सख्ती बरती गई तो वह टूट गया और पत्नी की हत्या करना स्वीकार कर लिया। चांदो थाना प्रभारी रूपेश कुंतल एक्का के नेतृत्व में पुलिस टीम ने हत्या व साक्ष्य छिपाने के आरोप में आरोपित पति को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेज दिया है। पुलिस पूछताछ में भेदमी निवासी आरोपित पति आशीष गुप्ता ने बताया कि वर्ष 2018 में मृतका कीर्ति सोनवानी ने उसके विरुद्घ अनाचार का अपराध पंजीबद्घ कराया था, जिस पर वह जेल में भी निरूद्घ था। बाद में कथित पीड़िता एवं आरोपित ने आपसी समझौता कर मंदिर में प्रेम विवाह किया था और साथ में रहने लगे थे।
जेल भेजे जाने तथा समझौता के रूप में विवाह करने को लेकर आरोपित मृतका से रंजिश रखता था। घटना दिवस को सुनियोजित तरीके से पत्नी को रास्ते से हटाने के लिए मायके ग्राम करचा ले जाने के बहाने सुनसान जगह, जंगल के रास्ते में ले गया और मौका पाकर जमीन पर गिरा बाइक को कई बार उसके ऊपर चढ़ा हत्या कर दी। मृतका को उसी हालत में छोड़कर आरोपित वहां से भाग निकला था।