अम्बिकापुर। शहर में कचरा फेकने वालों पर लगातार कार्रवाई हो रही है। नगर के एमजी रोड स्थित एक बड़े व्यवसायी पर निगम के स्वास्थ्य विभाग ने अब तक का सबसे बड़ा जुर्माना लगाया है। शोरूम का प्लास्टिक कचरा सड़क के किनारे फेंके जाने और ढेर बना दिए जाने को लेकर कई बार निगम के स्वास्थ्य अमले ने रोक-टोक किया था पर सुधार ना आने पर 35,000 का जुर्माना ठोका है। निगमायुक्त के नाम बाकायदा चेक लेकर भुगतान कराया गया है। शहर में अन्य स्थानों पर भी कचरा फेंकने वालों पर इसी तरह की कार्रवाई की जा रही है। नगर निगम आयुक्त ज्वाइंट कलेक्टर हरेश मंडावी के निर्देश पर इन दिनों शहर में साफ सफाई का अभियान तेज हो गया है। शहरवासियों से अपील की गई है कि घर दुकान का कचरा सड;क पर ब फेंके। डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने वाली महिलाओं को दें या फिर निगम में सूचित करें ताकि तत्काल उसका उठा हो सके।
इसके बावजूद कुछ लोग शहर के सफाई व्यवस्था में खलल डाल रहे हैं। लिहाजा निगम आयुक्त के निर्देश पर पहुंचे स्वच्छता निरीक्षक स्वर्ण मेहता ने एमजी रोड के वाहन शोरूम के संचालक पर 35,000 का जुर्माना लगाया है। बताया जा रहा है किसी भी संस्थान से अब तक का यह सर्वाधिक जुर्माना है। शहर के व्यवसायियों से कहा गया है कि दीपावली के समय दुकानों की साफ-सफाई कराई जा रही है ऐसे में बड़े पैमाने पर प्लास्टिक व अन्य कचरा निकल रहा है जिसे एक जगह सहेज कर रखें, सड़क पर निकालकर ना फेंके। शहर में कहीं भी कचरे का ढेर ना बनाएं यदि इस तरह कहीं भी कचरा नजर आया तो कार्रवाई तय है।
कचरा प्रबंधन की महिलाएं भी सक्रिय- कचरा प्रबंधन कार्य में लगी महिलाएं भी शहर में सक्रिय हो गई हैं। डोर टू डोर कलेक्शन करने नियमित पहुंच रही है और इनकी टीम के द्वारा सड़क पर कचरा फेंकने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। बड़े जुर्माने के साथ कचरा फेंकने वालों पर रंगे हाथ पकड़ने की कार्रवाई और 100 से लेकर 500 तक का जुर्माना अलग से वसूला जा रहा है। कचरा फेंकने वालों पर लगातार कार्रवाई हो रही है और निदान -1100 में ऑनलाइन शिकायत में भी हो रही हैं।
व्यवस्था में हुआ सुधार- अंबिकापुर शहर में सूखा गीला कचरा के साथ अब डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने वाली महिलाओं को खतरनाक कचरा अलग पैकेट बनाकर दिया जा रहा है। इसकी संख्या में अचानक बढ़ोतरी आई है। नईदुनिया ने हाल ही में इसको लेकर एक बड़ी खबर प्रकाशित की थी।
तब से लोगों ने कचरा प्रबंधन कार्य में लगी महिलाओं की मदद के लिए हाथ बढ़ाना शुरू किया है। खतरनाक कचरे में डायपर, सेनेटरी पैड, सिरिंज, मेडिकल वेस्ट सहित कई ऐसी सामग्रियां है जिसे अलग पैकेट बनाकर महिलाओं को दिया जा रहा है, जिसे सीधे मेडिकल वेस्ट डिस्पोजल करने वाली इंसीनरेटर मशीन में पहुंचाया जा रहा है।
कार्रवाई होने लगी तो नेताओं की सिफारिशें भी- शहर में कचरा फेंकने वाले लोगों पर जुर्माने की बड़ी रकम वसूली जाने लगी तो नेताओं के द्वारा सिफारिश भी शुरू हो गई है। एमजी रोड में बड़े संचालक पर जुर्माना ठोका गया तो कुछ नेताओं ने अधिकारियों पर दबाव बनाना शुरू किया, पर रसीद कट जाने के बाद कोई गुंजाइश ही नहीं बचती। लिहाजा उक्त राशि का भुगतान कचरा फेंकने वाले शोरूम के संचालक को देनी पड़ी।