बिलासपुर। मोबाइल मांगने पर मुंह दबाकर तीन साल की मासूम बच्ची की हत्या करने के आरोपित को न्यायालय ने आजीवन कारावास व अर्थदंड की सजा सुनाई है। मुंगेली जिला के पथरिया थाना क्षेत्र के ग्राम गोयन्द्री निवासी आरोपित विजय कुमार नेताम पिता प्योर लाल (30) कोनी क्षेत्र के लोफंदी फोकटपारा में रहकर मजदूरी करता था। फोकटपारा में ही रहने वाले नवरतन विश्वकर्मा व उसकी पत्नी उमा ईंट भट्टा में मजदूरी करते थे। पांच सितंबर 2018 को नवरतन व उसकी पत्नी बड़ी बेटी रागनी व रविना को घर में झोड़कर ईंट भठ्ठा में काम करने गए थे। दोपहर को उमा घर आई तो दोनों बच्चियों को आरोपित विजय के पास से मोबाइल लेकर आने भेज दिया। आरोपित मोबाइल देने के बजाय दोनों बच्चों को गफ्फार मोहम्मद की किराना दुकान की ओर ले गया। दुकान बंद होने पर वह बच्चियों कोलेकर लौट रहा था। रास्ते में दोनों बच्चे बार-बार मोबाइल मांगने लगे।
इस पर आरोपित ने दोनों बच्चियों का मुंह दबा कर बंद करने का प्रयास किया। बड़ी बहन रागनी किसी तरह भाग गई। वहीं श्वास स्र्कने से रविना की मौत हो गई। आरोपित बच्ची का शव झाड़ी में छिपाने ले गया। इस दौरान गांव के देवकुमार यादव ने उसे देख लिया। रागनी व चरवाहा ने घटना की जानकारी बच्ची के माता-पिता व गांव वालों को दी। ग्रामीण मौके में पहुंचे तो आरोपित शव के पास बैठा था।
कोनी पुलिस ने अपराध दर्ज कर शव को पीएम के लिए भेजा। सिम्स में दो चिकित्सकों ने पीएम कर रिपोर्ट दी। इसमें मुंह दबाने से श्वास स्र्कने के कारण बच्ची की मौत होने की पुष्टि की गई।
कोनी पुलिस ने आरोपित विजय कुमार नेताम के खिलाफ न्यायालय में धारा 302, 201 के तहत अपराध दर्ज कर न्यायालय में चालान पेश किया। पंचम अपर सत्र न्यायाधीश ने आरोपित को धारा 302 में आजीवन कारावास व 500 रुपये अर्थदंड, धारा 201 में पांच वर्ष सश्रम कारावास व 300 रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई है। अर्थदंड नहीं देने पर एक-एक माह का अतिरिक्त कारावास की सजा भुगतनी होगी।
गाजियाबाद से बरामद हुए बलरामपुर के लापता मां-बेटा सहित तीन लोग
इधर कमलपुर से दो माह पूर्व एक ही दिन में लापता हुए एक मासूम सहित तीन लोगों को बलरामपुर और रामानुजगंज पुलिस ने दिल्ली एनसीआर के गाजियाबाद से बरामद किया है। बताया जा रहा है कि बीते 27 जुलाई की दोपहर 12 बजे से ग्राम कमलपुर निवासी विवाहिता अपने सात वर्षीय बच्चे को लेकर लापता हो गई थी।
इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई गई थी। इसी गांव की 20 वर्षीया युवती के भी लापता हो जाने की शिकायत पुलिस तक पहुंची थी। पुलिस लगातार इनकी खोजबीन में लगी हुई थी। इसी बीच मिली सूचना के आधार पर रामानुजगंज थाना प्रभारी सुरेंद्र श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में सब इंस्पेक्टर कोमल भूषण पटेल, प्रधान आरक्षक अनिल पटेल, आरक्षक कैलाश यादव और महिला आरक्षक जगरानी आदि ने मोबाइल लोकेशन से दिल्ली के एनसीआर, राम पार्क चौकी स्थित गाजियाबाद के एक घर से तीनों लोगों को बरामद कर लिया गया। तीनों को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।