माउथ कैंसर के लास्ट स्टेज पर जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे युवक को सिम्स के डॉक्टरों ने बचा लिया है। पांच घंटे तक चला जटिल ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा। इससे सिम्स के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है।
रतनपुर निवासी 38 वर्षीय सनत कुमार पिछले 10 साल से तंबाकू और गुड़ाखू करने का आदी था। दो महीने पहले उसके मुंह में छोटा छाला हुआ, जो धीरे-धीरे बढ़ने लगा। कुछ दिन बाद असहनीय दर्द होने लगा। तब सनत ने बिलासपुर के एक निजी अस्पताल में जांच कराई।
वहां पर डॉक्टरों ने कैंसर का लक्षण दिखने पर इलाज करने में असमर्थता जताई। इसके साथ ही सनत को सिम्स भेज दिया। सिम्स के डेंटल डिपार्टमेंट में उसकी जांच की गई। इसी हालत देखकर विभागाध्यक्ष डॉ. संदीप प्रकाश दंग रह गए। सनत माउथ कैंसर के लास्ट स्टेज पर था। ऐसे में उसे बचाना बेहद मुश्किल था। इसके बाद भी डॉक्टरों ने सर्जरी की चुनौती स्वीकार की।
इसके लिए सनत को भर्ती कर 19 सितंबर को सर्जरी की गई। डॉ. संदीप प्रकाश, डॉ. केतकी किनीकर, डॉ. हेमलता राजमणी, डॉ. प्रकाश खरे, डॉ. सोनल पटले, ईएनटी डिपार्टमेंट की एचओडी डॉ. आरती पांडेय, डॉ. बीआर सिंह व निश्चेतना विभाग के डॉ. राकेश निगम पांच घंटे तक जटिल ऑपरेशन कर सनत की जान बचाने में सफल हुए।
ऑपरेशन के दो सप्ताह बाद मरीज सामान्य हो रहा है। इस बारे में दंत रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. संदीप प्रकाश ने बताया कि इससे पहले भी सिम्स में माउथ कैंसर के ऑपरेशन किए गए हैं। लेकिन यह ऑपरेशन काफी जटिल था। मरीज लास्ट स्टेज में पहुंच गया था। उसके बचने की संभावना बहुत कम थी।
पूरे देश में सबसे ज्यादा माउथ कैंसर के मामले छत्तीसगढ़ में होते हैं। सर्वे के मुताबिक प्रदेश की 30 से 35 प्रतिशत आबादी किसी न किसी रूप से तंबाकू का सेवन करती है। इसकी वजह से माउथ कैंसर के सर्वाधिक मामले छत्तीसगढ़ में सामने आते हैं।