सुकमा। सीआरपीएफ के बम निरोधक दस्ते को बस्तर को आंध्र और तेलंगाना से जोड़ने वाले नेशनल हाइवे 30 से विस्फोटक सामग्री मिली। दरअसल सीआरपीएफ को ग्रामीणों ने जानकारी दी। जिसके बाद क्षेत्र में सर्चिंग की गई। जांच के दौरान हाइवे क्षेत्र से विस्फोटक मिला। विस्फोटक मिलने के बाद बम निरोधक दस्ता सक्रिय हो गया। बम डिस्पोजल स्क्ववाड के साथ बड़े पैमाने पर सुरक्षा दस्ता मौजूद था। विशेषज्ञों ने विस्फोटक की जांच की। विस्फोटक को निष्क्रिय कर दिया गया।
नक्सलियों ने नई तकनीक का इस्तेमाल कर प्रेशर आईईडी लगाया था। समय रहते इसका पता चल गया जिससे बड़ा हादसा टल गया। ज्ञात हो कि यह सड़क हैदराबाद समेत दक्षिण भारत के कई शहरों को बस्तर से जोड़ती है। व्यस्त हाइवे पर बम मिलने से इलाके में सनसनी मची रही।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में नक्सलियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में नक्सली फायरिंग के दौरान जंगल में भाग गए थे। नक्सलियों ने पुलिस पार्टी को निशाना बनाया था। नक्सली पुलिस बल के गुजरने वाले मार्ग पर घात लगाकर छिपे थे।
जैसे ही पुलिस दल क्षेत्र में पहुंचा। नक्सलियों ने बल पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस बल ने फायरिं के दौरान खुद को संभाला और जवाबी कार्रवाई की। पुलिस बल की ओर से हैवी फायर होने पर नक्सली जंगल में भागने लगे।
पुलिस ने नक्सलियों को लेकर जंगल में सर्चिंग भी की। पुलिस को पुगदा और कोरचा के बीच जंगल के क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी की जानकारी मिली थी। जिसके बाद डीआरजी दल, सीएएफ, आईटीबीपी और जिला पुलिस के बल ने संयुक्तरूप से कार्रवाई की।
पुलिस दल सर्चिंग पर था, इसी दौरान रास्ते में छिपे नक्सलियों ने बल पर हमला कर दिया। क्षेत्र में आए दिन नक्सली सुरक्षा बलों के निशाना बनाते हैं। हालांकि कुछ नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण भी किया जाता रहा है। मगर नक्सली हमले थमने का नाम नहीं ले रहे। हाल ही में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों से राज्यपाल अनुसुइया उइके ने भेंट की थी।