प्राप्त जानकारी के अनुसार, वनविभाग के रेस्ट हाऊस में रेंजर द्वारा दारू पीने के लिए दावत दी गई इस दावत में सरगुजा संभाग के वरिष्ठ अध्यक्ष एवं समस्त पदाधिकारियों को भी शामिल किया गया।
दारू पीने के बाद रेस्ट हाऊस में मार-पीट व तोड़-फोड़ की गई। रेस्टहाऊस में बोतल फोड़े गये व कुर्सियों की भी तोड़-फोड़ की गई थी। ऐसी घटनाएं आय दिन सुनने को मिलती ही रहती हैं। और इनपर किसी प्रकार की कोई कार्यवाही भी नहीं की जाती है। जिससे इनके इन कारनामों को बढ़ावा मिलता रहता है और इनके इने कार्यों में बढ़ोत्तरी होती रहती है। इनके मन में किसी प्रकार का कोई भय भी नहीं है। कि इनके खिलाफ कोई कार्यवाही की जाएगी। ये लोग समाचार पत्र के नाम से सरगुजा संभाग में वसूली करते हैं इनको पत्रकारिता में आए हुए 2 साल भी नहीं हुए हैं और ये छत्तीसगढ़ शाषन को धोखा दे रहे। सरगुजा संभाग में ऐसे बहोत से संगठन देखने को मिलेंगे जो एक गुट बनाकर अधिकारियों पर दबाव डालते हैं। और पैसा निकालने में सफलता भी पा लेते हैं।