वशिष्ठ टाइम्स।।
कोरिया जिले में एक-एक व्यक्ति के दुकान के नाम से चार-चार रजिस्टेशन एवं ठेकेदारी के नाम से भी फर्जी बिल बनाए जा रहे हैं। उदाहरण के तौर पर बैकुण्ठपुर जिले के जल संसाधन विभाग में सन् 2005 से लाखों रूपयों के बिलों की निकासी हो चुकी है और हजारों के बिल अभी भी रूके हुए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार कलेक्टर से लेकर एस.डी.एम., तहसीलदार तक को भी नहीं छोड़ा गया है। और आज भी ऐसे व्यक्ति खुदको कांग्रेस के कार्यकर्ता बताया करते है। प्राप्त जानकारी के अनुसार रामानुज गंज में जल संसाधन विभाग में भी फर्जी बिलों का दौर देखने को मिलेगा। एवं बैंकों में भी करोड़ों रूपयों का लेन-देन देखने को मिलेगा। सोचने वाली बात यह है कि माल भी सप्लाई नहीं होता और फर्जी बिल बना दिए जाते हैं। बैकुण्ठपुर प्रशासन व बलरामपुर प्रशासन एवं सरगुजा संभाग में फर्जी बिलों का मास्टर माइंड कौन हो सकता है? दुकान भी है पर फर्म कैसे बन जाता है? आज सरगुजा जिले में मालामाल होने का रास्ता फर्जी बिल ही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कई जमीनें भी खरीद ली गई हैं। सरगुजा संभाग के अधिकारियों में दम है तो ऐसे व्यक्तियों की जांच करें। और इनपर जल्द से जल्द कार्यवाही करें।