बैकुण्ठपुर मुख्यालय के समीप चेर का मामला सामने आया है। जहां अशोक बढ़ई (मिस्त्री) के द्वारा जमीन खरीदा गया है। जानकार सूत्र बताते है कि, उसी के बगल में चक्रधारी की जमीन को दबा लिया गया। क्योंकि अशोक पूर्व में बिहार का निवासी था और उसके द्वारा एक चक्रधारी के जमीन से लगा हुआ जमीन खरीदा है। बताया जाता है कि, जमीन का डायवर्सन नहीं हुआ है। जब अनावेदक द्वारा इस पर objection उठाया गया तो आरआई द्वारा लम्बा पैसा लेकर चक्रधारी को फर्जी ढंग से समझा दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आवेदक मकान के पीछे दूसरे की जमीन में निर्माण किया गया है क्योंकि शिव कुमार सिंह (आरआई) पैसे के बल पर कुछ भी करने को तैयार रहते है। वह जगह-जगह आरआई के द्वारा विवादित की स्थिति बनाये हुए है। जब आरआई द्वारा तालाब की जमीन को भी उन्होंने नहीं छोड़ा। तो इससे प्रतीत होता है कि, आरआई का अत्याचार इतना बढ़-चढ़ गया है कि, उनके सामने सब बौने हो चुके है। क्योंकि आरआई को पैसा दीजिए कहीं की जमीन कहीं भी घुसा देगा। वहीं आरआई के आॅफिस में जितने भी भीड़ लगी रहती है। सभी फर्जी काम कराने आते है। क्या कोरिया प्रशासन ऐसे आरआई पर कोई कार्यवाही करने को तैयार है या नहीं ?
मिली जानकारी के अनुसार, राजस्व विभाग में तो एक भर्राशाही जैसा कार्य चल रहा है। जानकार सूत्र बताते है कि, अधिकारियों को भी पैसा चाहिए और बाबूओं को भी पैसा चाहिए। अब तो राजस्व विभाग का कार्य सिर चढ़ कर बोल रहा है क्या कलेक्टर कोरिया इस पर कार्यवाही करेंगी ? यह समाचार आमजनता के विचारधाराओं द्वारा प्रकाशित किया जा रहा है।