जिला मुख्यालय बलरामपुर के ब्लाॅक राजपुर का मामला प्रकाश में आया है। जानकार सूत्र बताते है कि, आवेदक रमाशंकर सिंह ने जमीन का स्थगन आदेश को लेकर राजपुर थाना में गया हुआ था परंतु अनावेदकों से पुलिस विभाग ने लम्बा पैसा खाने को बताया गया है। जिससे आवेदक द्वारा व्यवहार न्यायालय के आदेश को पुलिस विभाग में देते हुए भी कोई कार्यवाही नहीं किया गया, जो कि लोगों में तरह-तरह की चर्चाऐं चल रही है कि, पुलिस विभाग ने व्यवहार न्यायालय के आदेश की अवहेलना की है इससे साफ पता चलता है कि, पुलिस विभाग अपने मनमानी ढंग से न्यायालय के आदेशो का उल्लंघन करती है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, स्थगन आदेश को देने के बावजूद भी पुलिस विभाग द्वारा अवैध निर्माण कार्य को न रोकना यह आवेदक के साथ अन्याय माना जा रहा है। साथ ही कहा जा रहा है कि, पुलिस विभाग सिर्फ दिखावा के लिए कुछ ही एक्शन ले रहे है। तब तक अनावेदक द्वारा बाउंड्री निर्माण पूरा हो चुका है। इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों को भी किया गया। अब देखना यह है कि, क्या उच्च अधिकारी थाना प्रभारी राजपुर पर कार्यवाही कर पायेंगे ? एक कहावत है ‘‘पैसे के बल पर कोई कार्य रोकना संभव नही’’। जो कि यहां साबित हो चुका है।