छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचारी चरम सीमा पर देखा जा रहा है। छत्तीसगढ़ में एसडीओ से ई बनने का मामला सामने आया है जिसमें एसडीओ को ई बनने के लिए भारी रकम अदा करनी पड़ी। यह मामला तब सामने आया जब एसडीओ अधिकारी को ई का पद नहीं मिला।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, अधिकारियों के द्वारा प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में लोग अपने प्रमोशन के लिए लगभग 20-20 लाख रूपये दे रहे है। ऐसा ही जानकारी प्राप्त हुआ है जहां एक एसडीओ से मांग रखा गया था कि, 20 लाख रूपये दीजिए और आपकी पोस्टिंग ई के पद पर हो जायेगी। उस एसडीओ ने अपनी पैतृक जमीन बेचकर सचिवालय में किस मंत्री व किस अधिकारी को पैसा दिया ? पैसा देने के पश्चात पूर्व का अधिकारी का स्थानांतरण दूसरे जगह हो गया था। पर उस व्यक्ति ने हाई कोर्ट से स्टेय लेकर जिस स्थान पर था उसी स्थान पर काबिज हो गया। अब जिस व्यक्ति ने पैसा दिया उस व्यक्ति का पोस्टिंग खारीज हो गया। सोचने वाली बात है कि, अपनी पैतृक जमीन भी बेच दिया और उसकी पोस्टिंग भी नहीं हुई। अब देखना यह है कि, रायपुर में किस मंत्री व किस अधिकारी को पैसा दिया गया था यह जांच का विषय है।
वहीं लोगों का कहना है कि, ई बनने के लिए उम्मीदवारों को कई परीक्षाओं और साक्षात्कारों से गुजरना होता है। लेकिन इस मामले में पैसे का खेल चलने से ईमानदार उम्मीदवारों को नुकसान हो रहा है। इस मामले में सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और पैसे लेकर पोस्टिंग करवाने का खेल चलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। इससे ईमानदारी को बढ़ावा मिलेगा और प्रशासन में पारदर्शिता आएगी। यह मामला छत्तीसगढ़ के राजनीतिक और प्रशासनिक विभागों में चर्चा का विषय बन गया है।