गौरेला पेंड्रा मरवाही : जिले की कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने गौरेला एवं पेण्ड्रा विकासखण्ड के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र के विभिन्न छात्रावासों-आश्रमों का औचक निरीक्षण किया। जहां उन्हें कई गड़बड़ियां मिलीं। इसके बाद कलेक्टर ने 6 अधीक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
कलेक्टर ने आधा दर्जन छात्रावास और आश्रमों का निरीक्षण किया इस दौरान छात्रावास से नदारद एक अधीक्षिका को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है साथ ही अधिकारियों और कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए है।
इस निरीक्षण में पाया गया कि छात्रावासों और आश्रमों में सुविधाओं की कमी है और अधीक्षकों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। कलेक्टर ने कहा कि यह नोटिस अधीक्षकों को अपनी गलतियों को सुधारने का मौका देने के लिए जारी किया गया है।
जिले की कलेक्टर ने एक बार फिर जिले के दूरस्थ इलाको में संचालित आदिवासी छात्रावास व आश्रमो में औचक निरीक्षण किया।उन्होंने छापामार कार्यवाही करते हुए पेण्ड्रा विकासखण्ड के प्री-मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास मुरमुर, प्री-मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास कोड़गार, प्री-मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास कोड़गार, आदिवासी बालक आश्रम सोनकुंड और गौरेला विकासखण्ड के आदिवासी बालक आश्रम कोटमीखुर्द, प्री-मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास बस्ती एवं प्री-मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास बस्ती का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्री-मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास कोड़गार की अधीक्षिका शांति पैंकरा अनुपस्थित पायी गई, जिन्हें नोटिस जारी किया गया है।
कलेक्टर ने यह भी कहा कि अगर अधीक्षकों ने अपनी गलतियों को सुधारने में असफल रहते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह कार्रवाई छात्रावासों और आश्रमों में रहने वाले बच्चों के हितों की रक्षा के लिए की जा रही है।