जिला कोरिया के बैकुण्ठपुर में भू-माफिया का आतंक बढ़ता जा रहा है, और प्रशासन की लापरवाही से यह समस्या और भी गंभीर होती जा रही है। वहीं जिले में राजस्व विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। यहां के राजस्व विभाग में अनुविभागीय दण्डाधिकारी एक महिला होने के बावजूद, महिलाओं की भीड़ देखी जा रही है। इसके अलावा, जानकार सूत्र बताते है कि, राजस्व विभाग में बाबू सीदें बिना पैसे लिए कोई काम करने को तैयार नहीं हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, तहसीलदार के यहां नकल शाखा से नकल की रसीद कटने के बाद भी फाइल आगे बाबू नहीं भेजते, क्योंकि उन्हें लगता है कि इसमें भी पैसा मिलेगा। बताया जा रहा है कि, बैकुण्ठपुर के राजस्व विभाग में आरआई और पटवारी को यह भी नहीं पता है कि बैकुण्ठपुर में गली का रोड पूर्व से कितना लंबा-चौड़ा है।
दूसरी ओर नगर पालिका और राजस्व विभाग की ओर से रोडों पर दुकानें लगाने की अनुमति दी जा रही है, जिससे रोड जाम हो रहे हैं। यहां तक कि, रोड की जमीन में रजाई गद्दे वाले भी कब्जा किये हुए है। जिससे आम जनता को परेशानी हो रही है। जानकार सूत्र बताते है कि, नगर पालिका द्वारा शासकीय पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा है, जिसमें प्राइवेट जमीन में रोड का निर्माण कराया जा रहा है। यह कार्य नगर पालिका द्वारा लगभग 40 प्रतिशत कमीशन के लालच में किया जा रहा है।
इस मामले में बैकुण्ठपुर प्रशासन की भूमिका भी संदेहास्पद है, जो कि पूर्व बाईसागर तालाब के रिकाॅर्ड को नष्ट किया जा रहा है। इसके अलावा, प्रशासन द्वारा नजूल रिकॉर्ड बनाया गया है, जो नियम विरुद्ध है।
आवेदक द्वारा बार-बार तालाब का रिकॉर्ड देने के बावजूद, प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रहा है। यह पूरा मामला नगर पालिका और प्रशासन द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार को दर्शाता है। इस समस्या के पीछे राजनीतिक दबाव है या पैसे का खेल ? यह सोच से परे है।
वहीं लोगों का कहना है कि, जब से जिला मुख्यालय कोरिया बना है, तब से फोकटनगर, संजय नगर, ओड़गी और प्रेमाबाग में राजीव गांधी आश्रित वालों को पट्टे में जमीन दी गई थी, लेकिन अब उन्हें बेचकर पट्टा में बदलवा लिया गया है। यह सभी कृत्य आम जनता को परेशान कर रहे हैं। जिससे लोगों में तरह-तरह की चर्चाऐं है कि, भू-माफिया गरीब और कमजोर लोगों की जमीनों पर अवैध कब्जा कर रहे हैं, और प्रशासन की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। जिससे इन सभी कृत्यों को आम जनता भुगत रहा। यह समाचार आम जनता के विचारधाराओं से प्रकाशित किया जा रहा है।