छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार के कार्यकाल में व्याप्त भ्रष्टाचार और चापलूसी को लेकर बड़े सवाल उठ रहे हैं। आरोप है कि, विधायकों से लेकर मंत्रियों तक आम जनता की मूलभूत समस्याओं की अनदेखी कर रहे हैं और चापलूसी के बल पर अपने स्वार्थ को बढ़ावा दे रहे हैं।
यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि, अनुभवहीन और अज्ञानी लोगों को महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त किया जा रहा है, जो कि प्रशासनिक कार्यों में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। इसके अलावा, विधायकों और मंत्रियों के पीए और सलाहकारों के द्वारा कमीशन की मांग की जा रही है, जो कि भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है। यहां तक कि, जिनकी सामर्थ सायकिल की नहीं थी वह आज विधायक और मंत्रियों ने अपने चापलूसों को वसूली करने के लिए पदों पर नियुक्ति किया गया है। यहां तक कि, ऐसे स्थान पर नियुक्त किया गया है जिनसे एसडीएम और कलेक्टर भी उनकी बात मानते है। ऐसा मालूम पड़ता है कि, बीजेपी शासन को आम जनता की कोई जरूरत नहीं है जनता ऐसे लोगों से त्रस्त हो चुकी है। और विधायकों के बोली भाषा का रूख ही बदल चुका है।
वही लोगों का कहना है कि, जिस प्रकार आम जनता सरकार से रुष्ट हो जायेगी तो वही होगा जो पूर्व सरकार के साथ हुआ था। फिर आम जनता का सहारा नहीं मिल पायेगा। विधायको एवं मंत्रियों के पीए व सलाहकार मालोमाल हो चुके है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, विधायकों से अधिकारियों पर दबाव दिया जा रहा है कि, हमको कमीशन चाहिए। जानकार सूत्र बताते है कि, छत्तीसगढ़ में ऐसे भी प्रतिनिधि बन चुके है जो कि पैसा वसूलने में सबसे आगे पाये जा रहे है। पूर्व में भी ऐसा ही देखने को मिला जो विधायक के चापलूस अरबों में खेल रहे है वही आज वर्तमान में देखने को मिल रहा है।
यह स्थिति आम जनता के लिए चिंताजनक है, क्योंकि इससे उनकी मूलभूत समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। इसके अलावा, यह स्थिति राज्य के विकास के लिए भी हानिकारक है, क्योंकि इससे प्रशासनिक कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रही है।
लोगों का आरोप है कि नियुक्तियाँ रेलवे टिकट की तरह बांटी जा रही हैं, जिसमें योग्यता की अनदेखी की जा रही है। यह आरोप इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे न केवल नियुक्ति प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर सवाल उठते हैं, बल्कि यह भाजपा सरकार की नीतियों और कार्यशैली को भी प्रभावित करता है।
छत्तीसगढ़ के प्रशासन अधिकारी दबाव में कार्य कर रहे है। यह समाचार आम जनता के विचारधाओं से प्रकाषित किया जा रहा है।