जशपुर, 17 दिसम्बर 2024/ विकासखण्ड कुनकुरी के ग्राम बेहराटोली के निवासी कृतिबाई और धनेश्वर यादव बहुत खुश थे जब तृतीय संतान के रूप में एक बालिका का उनके यहां जन्म हुआ। सभी तरफ खुशियां ही खुशियां थी। पर जल्द ही उनकी खुशियों पर ग्रहण लग गया। नन्ही अंशिका हमेशा बीमार रहने लगे गयी परिवार वालों को कुछ समझ नहीं आ रहा था वे क्या करें। ऐसे में एक दिन जब आंगनबाड़ी केंद्र में आये चिकित्सकों के दल ने अंशिका की जांच की और उन्हें बताया कि उनकी एक साल की छोटी सी अंशिका दिल की गंभीर बीमारी से ग्रसित है। जिसका ईलाज कराया जाना आवश्यक है।
घर वालों में डर व्याप्त हो गया। उसी बीच पिता धनेश्वर का भी निधन हो गया। पूरे परिवार को संकट के बादलों ने घेर लिया। माता कृतिबाई ने अपनी मां के घर जाने की सोची जहां अंशिका का उचित उपचार हो सके। वृद्ध मां और पूरे परिवार की जिम्मेदारी उस पर आ गयी थी। ऐसे में घर के पालन के साथ अंशिका के उपचार का खर्च वहन करना कृतिबाई के लिए कठिन हो गया था। फिर भी उन्होंने अपनी छोटी छोटी बचत से उन्होंने लोगों की सलाह पर रायपुर के निजी अस्पतालों में जांच कराई, पर कुछ हासिल ना हुआ। उन्होंने पुनः चिरायु के चिकित्सकों से संपर्क किया तो चिकित्सकों ने इस बीमारी का चिरायु द्वारा निःशुल्क उपचार के संबंध में जानकारी दी। तब कृतिबाई और उनकी मां विनीता बाई के जीवन में आशा की किरण जागी।
चिरायु योजना द्वारा पहले अंशिका को उपचार के लिए रायपुर के मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। जहां चिकित्सकों की सलाह पर नवा रायपुर स्थित सत्यसाईं चिकित्सा संस्थान एवं भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में जांच कराई गई। जहां के चिकित्सकों ने अंशिका की हालत को देखते हुए उच्च चिकित्सा संस्थानों में जांच कराने को कहा। जिसके बाद चिरायु के स्वास्थ्य अधिकारियों ने चेन्नई स्थित अपोलो अस्पताल में अंशिका की जांच कराई। जहां के चिकित्सकों द्वारा अंशिका का दिल का ऑपरेशन किया गया। जिसमें 14.5 लाख रुपयों का खर्च आया जिसका वहन चिरायु योजना के अंतर्गत शासन द्वारा किया गया।
इस संबंध में अंशिका की नानी विनीता बाई ने भाव विभोर होकर नम आंखों से बताया कि अंशिका हमेशा दर्द से रोती रहती थी। कभी कभी तो रोते रोते नीली पड़ जाती थी। हमको समझ नहीं आता था हम क्या करें। हालात के आगे मजबूर हो जाते थे। हमें उम्मीद नहीं थी कि हमारी पोती का इलाज कभी संभव हो पाएगा, चिरायु योजना से अंशिका का इलाज पूरी तरह निःशुल्क हुआ, जिससे हमें राहत मिली। अब जब अंशिका हंसती है तो उसकी मुस्कुराहटों को देख कर हम मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और शासन को हम धन्यवाद देते हैं। जिनके कारण हमारी बिटिया अब स्वस्थ है।
जशपुरनगर 17 दिसम्बर 2024/ कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने आज कलेक्टोरेट सभा कक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक लेकर मुख्यमंत्री जनदर्शन, मुख्यमंत्री के घोषणा, पेंशन के प्रकरण, कलेक्टर जनदर्शन और समय-सीमा के लंबित प्रकरणों का निराकरण गंभीरता से करने के निर्देश दिए और सभी अधिकारियों को अपने विभाग से संबंधित लंबित आवेदनों को स्वयं समीक्षा करने के लिए कहा है।
कलेक्टर ने पीएम जनमन योजना के तहत विशेष पिछड़ी जनजाति को आधार, पीएम जनधन खाता, आयुष्मान कार्ड, जाति प्रमाण-पत्र, वन अधिकारी पत्र, राशन कार्ड, पीएम आवास, पेंशन सहित अन्य योजना की भी जानकारी ली और छूटे हुए हितग्राहियों को योजना के तहत् लाभान्वित करने के लिए कहा है।
बैठक में जशपुर एसडीएम श्री ओंकार यादव, कुनकुरी एसडीएम श्री नंदजी पण्डेय, पत्थगांव एसडीए सुश्री आकांक्षा त्रिपाठी, बगीचा सडीएम श्री ऋतुराज बिसेन, फरसाबहार एसडीएम श्री आर.एस.लाल, डिप्टी कलेक्टर सहित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
जशपुरनगर 17 दिसंबर 2024/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अपने गृह ग्राम बगिया में आश्रम शाला के बच्चों को अपने जन्मदिवस पर न्योता भोजन कराने की जो शुरूआत की थी इसका एक सकारात्मक संदेश समाज के बीच गया है। इसे समाज द्वारा आत्ससात करते हुए आगे बढ़ाया भी जा रहा है। अब तक समाज और विभिन्न संगठन जशपुर जिले के 2275 स्कूलों में 2781 न्योता भोज का आयोजन कर अन्नदान की इस महान पंरपरा का निर्वहन कर चुके हैं। छत्तीसगढ़ में 30 हजार स्कूलों में 75 हजार से अधिक बार न्योता भोज का सफल आयोजन किया जा चुका है।
हमारे शास्त्रों में भी अन्नदान को महादान की संज्ञा दी गई है। दान देने की परम्परा हमारे समाज में प्राचीन काल से चली आ रही है। छत्तीसगढ़ में फसल की खुशी में छेरछेरा पर्व में दान देने की परंपरा है। छत्तीसगढ़ सरकार बच्चों में कुपोषण दूर करने के लिए समाज की इसी परम्परा का सहारा ले रही है। प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना में समुदाय की भागीदारी जोड़ते हुए न्योता भोजन की अनूठी पहल की गई है। छत्तीसगढ़ में स्कूली बच्चों को अब नियमित रूप से मिल रहे भोजन के अलावा समाज के अग्रणी और सक्षम लोगों के जरिए न्योता भोजन में पौष्टिक और रूचिकर खाद्य सामग्री मिलेगी। ‘न्योता भोजन’ तीन प्रकार के हो सकते हैं – पूर्ण भोजन (शाला की सभी कक्षाओं हेतु), आंशिक पूर्ण भोजन (शाला के किसी कक्षा विशेष हेतु), अतिरिक्त पूरक पोषण सामग्री।
दान-दाताओं द्वारा प्रदान किया जाने वाला खाद्य पदार्थ अथवा सामग्री उस क्षेत्र के खान-पान की आदत (फुड हैबिट) के अनुसार होनी चाहिए। पूर्ण भोजन की स्थिति में नियमित रूप से दिये जाने वाले भोजन के समान बच्चों को दाल, सब्जी और चावल सभी दिया जाना है। फल, दूध, मिठाई, बिस्किट्स, हलवा, चिक्की, अंकुरित खाद्य पदार्थ जैसे सामग्री, जो बच्चों को पसंद हो का चुनाव अतिरिक्त पूरक पोषण सामग्री के रूप में किया जा सकता है। पौष्टिक एवं स्वादिष्ट मौसमी फलों का चयन भी पूरक पोषण सामग्री के रूप में किया जा सकता है। दानदाता स्कूली बच्चों को मौसमी फल, दूध, मिठाई, बिस्किट, हलवा, अंकुरित खाद्य पदार्थ आदि वितरित कर सकते हैं। न्यौता भोजन के लिए बच्चों की रूचि के अनुरूप दानदाता खाद्य पदार्थ का चयन कर सकते हैं।
इस योजना के संचालन के लिए शाला विकास समिति को जिम्मेदारी सौंपी गई है। न्योता भोजन प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना मध्यान्ह भोजन में सामुदायिक जन भागीदारी पर आधारित इस कार्यक्रम का आयोजन विभिन्न संस्थाओं में जनप्रतिनिधि, पालक, समुदाय के सदस्य एवं शिक्षकों के माध्यम से करवाया जाता है। ’’न्योता भोजन’’ विभिन्न त्योहारों या अवसरों जैसे वर्षगांठ, जन्मदिन, विवाह और राष्ट्रीय पर्व आदि पर भारतीय परम्परा पर आधारित है। न्योता भोजन छात्र-शिक्षक एवं पालक समुदाय के बीच अपनेपन की भावना को विकसित करने का जरिया तो है ही साथ-साथ पोषण युक्त एवं रूचिकर भोजन दिए जाने से बच्चों की शालाओं में उपस्थिति में वृद्धि होती है। ’’न्योता भोजन’’ का एक अन्य उद्देश्य शाला एवं स्थानीय समुदाय के मध्य आपसी तालमेल को विकसित करना भी है।
जशपुरनगर 17 दिसम्बर 2024/कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने आज कलेक्टोरेट सभा कक्ष में राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेकर नामांतरण, खाता विभाजन, सीमांकन, भू अभिलेख सुधार, अभिलेख शुद्धता, नक्शा बटांकन, व्यपवर्तन, खाता विभाजन, अभिलेख डिजिटलीकरण एवं अन्य राजस्व संबंधित लंबित प्रकरणों का समय-सीमा के भीतर निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने पूर्व में लंबित प्रकरणों का निराकरण भी प्राथमिकता से करने को कहा। उन्होंने अविवादित नामांतरण के प्रकरणों को समय-सीमा के भीतर निराकरण करने के निर्देश दिए हैं। सीमांकन के प्रकरणों को भी गंभीरता से लेने के लिए कहा है। इसके साथ ही आधार प्रविष्टि के कार्याे में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर ने अभिलेख शुद्धता, डिजिटल हस्ताक्षर, नक्शा अद्यतीकरण के कार्याे को भी सभी एसडीएम को प्राथमिकता से करने के लिए कहा है। उन्होंने सभी एसडीएम को स्कूली बच्चों के लिए जाति प्रमाण पत्र बनाने हेतु विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों के साथ समन्वय कर शिविरों का आयोजन करने के निर्देश दिए। साथ ही अपार आई.डी बनाने के लिए कई प्रकरणों में जन्म प्रमाण-पत्र की आवश्यकता को देखते हुए एसडीएम अपने-अपने अनुविभाग अंतर्गत समस्त शैक्षणिक संकुलों में तिथिवार जन्म प्रमाण-पत्र शिविर का आयोजन करते हुये यथाशीघ्र जन्म प्रमाण पत्र जारी करने को कहा गया है। इस अवसर पर एसडीएम ओंकार यादव, आकांक्षा त्रिपाठी, नंदजी पांडेय, आर.एस.लाल, ऋतुराज बिसेन सहित सभी तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार वर्चुअल माध्यम से उपस्थित रहे।
जशपुरनगर 17 दिसंबर 2024/कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जनपद पंचायत के सीईओ की बैठक लेकर प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छत भारत मिशन के तहत् शौचालय निर्माण, मनरेगा के कार्य, पीएम जनमन योजना सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने सभी अधिकारी और तकनीकी सहायकों को सोमवार को मुख्यालय में अनिवार्य रूप से रहने के निर्देश दिए हैं और अपने क्षेत्रों का भ्रमण करके निर्माण कार्याे में तेजी लाने के लिए कहा है।
कलेक्टर श्री व्यास ने समीक्षा के दौरान सभी तकनीकी सहायको से साप्ताहिक कार्याे की प्रगति की जानकारी ली और पत्थलगांव के स्वच्छ भारत मिशन के कलस्टर कोऑर्डिनेटर श्री विदेश्वर पैंकरा का तीन माह का अवैतनिक करने के लिए कहा है। इनके द्वारा ऑनलाईन समीक्षा बैठक में अपने कार्यों और क्षेत्र भ्रमण के संबंध में संतोषजनक जवाब नहीं देने के कारण कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त की। इसी प्रकार मनोरा के स्वच्छ भारत मिशन के ब्लॉक कोऑर्डिनेटर श्री आलोक टोप्पो को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। इनके द्वारा अपने कार्याे के संबंध में संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया।
कलेक्टर सभी जनपद सीईओ और तकनीकी सहायकों को प्रधानमंत्री आवास योजना, मनरेगा के कार्य, जीओ टेगिंक, आधार सिंडिंग के कार्याे में प्रगति लाने के निर्देश दिए हैं। समीक्षा के दौरान उन्होंने कांसाबेल जनपद सीईओ को भी अपने क्षेत्र भ्रमण करके कार्याे में तेजी लाने के लिए कहा है। स्वच्छ भारत मिशन के जिला सम्वन्यक को जिन गांवों में शौचालय बनाने की आवश्यकता है मांग के अनुसार शौचालय निर्माण कराने के लिए कहा है। छूटे हुए विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा परिवारों के घरों में भी शौचालय निर्माण कराने के लिए निर्देश दिए हैं। स्वच्छ भारत मिशन के तहत् ग्राम पंचायतों में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन करने वाले समूहों के माध्यम से दुकानदारों और ग्रामीणों से यूजर चार्ज लेने के लिए भी कहा है। ताकि समूहों को आर्थिक लाभ हो सके और गांव का परिसर साफ-सुथरा बना रहे। इस अवसर पर सभी जनपद सीईओ बैठक में उपस्थित थे एवं तकनीकी सहायक ऑनलाईन के माध्यम से जुड़े थे।
जशपुरनगर 17 दिसम्बर 2024/कलेक्टर श्री रोहित व्यास के निर्देशन एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालिका अधिकारी श्री अभिषेक कुमार के मार्गदर्शन में सुशासन का संकल्प चक्र का आयोजन कर ज़िले के 32 जगहों में सुशासन दिवस मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में विगत दिवस कुनकुरी विकासखंड के नारायणपुर में संकल्प कलस्टर संगठन कर सुशासन दिवस मनाया गया।
सुशासन का संकल्प चक्र में महिला समूह के माध्यम से विभिन्न गतिविधि आयोजित की गई हैं। साथ ही इस दौरान महिलाओं को बताया गया कि सामुदायिक स्वच्छता व पौधारोपण अभियान, स्वास्थ्य जांच शिविर, शिक्षा और जागरूकता, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण, सामुदायिक विकास कार्यक्रम सहित अन्य एक्टिविटी के माध्यम से महिला समूह सुशाशन का संकल्प चक्र में महत्वपूर्ण योगदान कर सकती हैं और समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकती हैं।
महिला समूह सामुदायिक स्वच्छता अभियान चला कर अपने आसपास के क्षेत्र को साफ कर सकती है। इसी प्रकार पौधारोपण अभियान में महिला समूह पौधारोपण अभियान चला कर अपने आसपास के क्षेत्र में पौधे लगा सकती हैं और पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक कर सकती हैं। स्वास्थ्य जांच शिविर के माध्यम से महिला समूह शिविर आयोजित कर स्वास्थ्य जांच की सुविधा प्रदान कर सकती हैं और उन्हें स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्रदान कर सकती हैं। शिक्षा और जागरूकता कार्यक्रम में महिला समूह शिक्षा और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर सकती हैं, जिसमें वे लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, और पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक कर सकती हैं। महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के तहत् महिलाओं को उनके अधिकारों और सशक्तिकरण के बारे में जागरूक कर सकती हैं। महिला समूह बाल संरक्षण कार्यक्रम आयोजित कर बच्चों के अधिकारों और संरक्षण के बारे में जागरूक कर सकती हैं। महिला समूह पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम आयोजित कर पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक कर सकती हैं और लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित कर सकती हैं और महिला समूह सामुदायिक विकास कार्यक्रम आयोजित कर सामुदायिक विकास के लिए काम कर सकती हैं और लोगों को सामुदायिक विकास के महत्व के बारे में जागरूक कर सकती हैं।
जशपुरनगर 17 दिसम्बर 2024/उप जिला निर्वाचन अधिकारी जशपुर से प्राप्त जानकारी अनुसार त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन वर्ष 2024-25 के आरक्षण की कार्यवाही हेतु जारी समय-सारिणी को अपरिहार्य कारणों से स्थगित किया गया है।