एमसीबी जिला मुख्यालय में धान खरीदी केन्द्रों पर धान खरीदा जा रहा है। जानकार सूत्र बताते है कि, किसानों के साथ हेरा-फेरी किया जा रहा है, जिससे किसान प्रभावित हो रहे है। बता दें कि, किसानों से 40 किलो 600 ग्राम लेने का प्रावधान है जबकि धान खरीदी केन्द्रों लगभग 42 किलो लिया जा रहा है।
प्रबंधक कर रहे पत्रकारों से पैसों का बंदरबांट
जानकार सूत्र बताते है कि, धान खरीदी केन्द्रों में बोरे का धान पल्टी करने से लेकर चढ़ाई एवं सिलाई तक का पैसा किसानों से लिया जा रहा है। क्योंकि धान खरीदी प्रबंधक को कुछ क्षेत्र के नयी पीढ़ी के पत्रकारों को पैसा बांटना रहता है। जो कि हो रहे हेरा-फेरी को माईक वाले उल-जलूल नाम देकर वाईट लेते है। यहां तक कि, नयी पीढ़ी के पत्रकार लगभग चार-पांच धान खरीदी केन्द्रों में घुमते है। और जहां पर हेरा-फेरी किया जा रहा हो उनसे लम्बी रकम का मांग रखते है। सोचने वाली बात है कि, प्रशासन लगभग 7-8 टोली बनाकर निरीक्षण में निकल रहे है फिर भी हेरा-फेरी हो रहा है यहां तक कि, धान खरीदी केन्द्रों में एसडीएम, खाद्य अधिकारी, आरआई, तहसील एवं कलेक्टर भी निरीक्षण करते है बावजूद किसानों के साथ हो रहे अन्याय को प्रशासन नजर-अंदाज कर रहा।
नयी पीढ़ी के पत्रकारों का गुंडागर्दी
जिला एमसीबी एवं जिला कोरिया में नयी पीढ़ी के पत्रकारों का झूंड धान खरीदी केन्द्रों में अक्सर देखने को मिलेगा। क्योंकि अभी का सीजन धान खरीदी का चल रहा है जिसमें पत्रकार मौके के तलाश में होते है कि, कब घोटाला हो और हम उनसे गुंडागर्दी करके वसूली कर सके। इसी वजह से धान खरीदी केन्द्रों में प्रबंधक किसानों से वसूली करता है।
वही घोटाले हुए समाचारों को लिखने पर नई पीढ़ी के पत्रकार परहेज करते है। क्योंकि उनसे ही तो आय मिलता है। तथा ऐेसे कलमकारों से नराज होकर कोरिया एवं एमसीबी में अपना गुट व समूह बना-बनाकर चर्चाऐं करते रहते है। क्योंकि पत्रकारिता कोई रोजगार व व्यापार नहीं है। यहां तक देखा जाये तो पत्रकारिता में महिलाऐं भी संलिप्त है। जो कि पत्रकारिता का कोई भी एक लाईन नहीं लिख सकते, वह भी पत्रकारिता में जुड़े हुए है। यहां तक कि, कुछ लोग अनपढ़ व्यक्ति भी पत्रकारिता व गुंडागर्दी का स्वरूप बना लिये है। क्योंकि प्रशासन ऐसे लोगों को लाईक कर रही है। जानकार सूत्र बताते है कि, पूर्व में ऐसा कौन-सा जिला था ? जो कि प्रशासन द्वारा पैसा देकर पत्रकारों को अपने फेवर में प्रकाशित करने को कहा गया ? यह समाज में बड़ी घिनौनी हरकत किया गया है जो कि समाज में इस बात का बहुत चर्चा चल रहा।