एमसीबी/01 दिसम्बर 2024/ भरतपुर के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में जनोन्मुखी प्रशासन सुशासन की व्यवस्था को प्राप्त करने विकास खण्ड स्तरीय समन्वय एवं मार्गदर्शी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सरगुजा आयुक्त गोविंदराम चुरेंद्र ने सभी अधिकारी-कर्मचारी और जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज “जनोन्मुखी प्रशासन और सुशासन“ की व्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु विकासखंड स्तरीय समन्वय एवं मार्गदर्शी बैठक का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं को सुचारू रूप से लागू करने और विकसित भारत की ओर बढ़ने के लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि हमारे समाज में विभिन्न विचारधाराओं और व्यवस्थाओं का बंटवारा हो रहा है। जैसा कर्म करेंगे, वैसा ही परिणाम प्राप्त होगा। आयुक्त ने जनकपुर, भरतपुर और मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिलों के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, जनप्रतिनिधियों और समाज के लोगों से अपील की कि समाज को नशा मुक्त बनाने के लिए सामूहिक प्रयास किए जाने कहा। उन्होंने विशेष रूप से महिलाओं से आग्रह किया कि घरों में शराब बनाना बंद करें, क्योंकि इससे परिवार की आर्थिक और सामाजिक स्थिति खराब होती है। आयुक्त ने बताया कि 97 प्रतिशत लोग शराब के कारण कर्जदार हैं और इसके नकारात्मक प्रभाव परिवार और बच्चों पर पड़ रहे हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि हर पंचायत में सरपंच, सचिव, ग्राम पटेल और जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर महिलाओं के समूह बनाएं और नशा मुक्ति जागरूकता अभियान चलाएं। तभी हम विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ पाएंगे। आयुक्त ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय प्रतिदिन 16-16 घंटे कार्य कर रहे हैं। हमें भी प्रेरणा लेते हुए कम से कम 12 घंटे कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने एमसीबी जिले को हर हाल में आगे बढ़ाने के लिए सामूहिक सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया ताकि समाज और राज्य को विकसित किया जा सके। आयुक्त ने “स्वच्छता ही सेवा“ अभियान के तहत अपने घरों, आंगन, नालियों और शौचालयों को साफ रखने का संदेश दिया। उन्होंने अधिकारियों, कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों से कार्यालय परिसर को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने के लिए विशेष ध्यान देने को कहा। आयुक्त ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करना केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है। इसमें सभी अधिकारी, कर्मचारी, जनप्रतिनिधि, सरपंच, सचिव और सामाजिक कार्यकर्ताओं की भागीदारी जरूरी है। उन्होंने भरतपुर के स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए शिक्षित युवाओं को “शिक्षा मित्र“ “शिक्षा दूत“ तथा मानसेवी शिक्षक के रूप में शामिल करने की योजना सुझाई। यह कदम युवाओं को आत्मनिर्भर बनाएगा और उन्हें अनुभव के साथ सरकारी नौकरी में लाभ देगा।
आयुक्त ने प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत बैगा समुदाय के लिए आवास, आयुष्मान कार्ड और किसानों के लिए अन्य योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने सभी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को जिम्मेदारी से योजनाओं का क्रियान्वयन करने का निर्देश दिया।
आयुक्त ने “नारी सम्मान सुरक्षा योजना“ के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और पुरुषों के साथ तालमेल मिलाकर काम करने की अपील की। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना पर चर्चा करते हुए उन्होंने समाज के सभी वर्गों से मिलकर ग्राम सभा में धन और सामग्री का योगदान करने का सुझाव दिया, ताकि पंचायत की आर्थिक स्थिति सुधरे और विवाह जैसे कार्यक्रम आसानी से आयोजित किए जा सकें। आयुक्त ने गांव के छोटे-बड़े मुद्दे ग्राम सभा में सुलझाने की बात कही। ग्राम पंचायतों में न्याय समिति गठित करने और कब्जाधारियों को हटाकर हाट बाजार, कुटीर उद्योग या गार्डन विकसित करने के निर्देश दिए। आयुक्त ने मनरेगा के तहत मेड़बंधी की राशि का उपयोग खेती के लिए जमीन तैयार करने में करने का सुझाव दिया। उन्होंने किसानों को क्रेडिट कार्ड लोन दिलाने और फूल, सब्जी, दाल, दलहन और गन्ने की खेती को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने जमीन के नामांतरण और फौती प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए तहसीलदार, पटवारियों और कोटवारों को अपने कार्य सही ढंग से निभाने का निर्देश दिया। इस समन्वय बैठक का उद्देश्य समाज, पंचायत और प्रशासन के बीच तालमेल स्थापित कर योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करना और एक सशक्त और विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण करना है।
इस कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष राजकुमारी बैगा, जनपद उपाध्यक्ष दुर्गा शंकर मिश्रा, जनपद सीईओ प्रीतेश राजपूत, जनपद सदस्य माया प्रताप सिंह परस्ते, सरपंच बृजभूषण सिंह, समाज प्रमुख हीरालाल यादव, पवन सांधे, बृजभूषण सिंह, मायाप्रताप सिंह, रूपा जायसवाल, महेंद्र सेन, कमलेश बसंत, आदित्य गुप्ता, राममिलन वर्मा, शिवचरण सिंह, चंद्रप्रताप बालंद जगदीश भर्तियां, लालसाय बैगा, नरेश यादव और सभी सामाजिक कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधियों के साथ नितेश उपाध्याय परियोजना निदेशक क्त्क्।, तहसीलदार सतरूपा, एसडीएम प्रवीण भगत के साथ सभी अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।