Home छत्तीसगढ़ छत्तसीगढ़ : कलेक्टरों ने लूटा छत्तीसगढ़ को और बने अरबपति ?……………

छत्तसीगढ़ : कलेक्टरों ने लूटा छत्तीसगढ़ को और बने अरबपति ?……………

36
0

छत्तीसगढ़ में कलेक्टरों द्वारा किया जाने वाले कारनामे एवं कृत्यों का जोरो-शोरो से चर्चाऐं चल रहा है। जानकार सूत्र बताते है कि, कलेक्टर अपने पद का दुरूपयोग कर रहे है। यहां तक कि, जनता को भी नहीं बख्शा जा रहा है।

मिली जानकारी के अनुसार, बलरामपुर के पूर्व कलेक्टर द्वारा एक हजार एकड़ की जमीन को पट्टे की अनुमति दे दिया गया। जिसमें कुछ लोगों ने लगभग 150-150 एकड़ के पट्टे बनवाये। उसी प्रकार बैकुण्ठपुर कोरिया में स्वास्थ्य विभाग (सी.एम.एच.ओ.) के बगल में जो आवासी जमीन था वह बेघर लोगों के लिए आरक्षित किया गया था, परंतु जानकार सूत्र बताते है कि, टी.आर. देवागन ने उसे लगभग पच्चास-पच्चास हजार रूपये लेकर पैसा वालों को पट्टा दे दिया। इसी प्रकार पूर्व कलेक्टर द्वारा सुप्रिम कोर्ट के आदेशों की धज्जियां उठाई गयी। जो कि बैकुण्ठपुर में बाईसागर निस्तार भूमि एवं तालाब को बेचने की अनुमति दे दिया गया, जिसमें हजारों सागौन के पेड़ थे एवं वनस्पति औषधी भी थी। जिसको भू-माफियों द्वारा काटकर धवस्त कर दिया गया। यहां तक कि, तालाब में पानी भरा था उसको भी निकाल दिया गया। लोगों के द्वारा बताया जाता है कि, जिसमें आर.आई, पटवारी एवं राजस्व अधिकारी भी सम्मिलित होकर करोड़ों रूपये लेकर निस्तार की भूमि व तालाब के भूमि को विक्रय करने का आदेश दिया। जबकि सुप्रिम कोर्ट ने इस पर प्रतिबंध लगाया है कि, निस्तार व तालाब की भूमि को बेचा नहीं जा सकता। परंतु बैकुण्ठपुर में सरे आम जमीन को बेचा गया।

वही इस तालाब के विषय को लेकर आवेदक लगभग 25-26 वर्षों से जानकारी के लिए आवेदन लगाता आ रहा है पर आज भी जानकारी नहीं मिल पा रही है। बता दें कि, प्रशासन कलेक्टर महोदया जी से भी बार-बार निवेदन किया गया है परंतु अपर कलेक्टर द्वारा जांच के लिए निर्देश दिया जाता है जब इस संबंध में जांच की जानकारी मांगी जाती है तो अपर कलेक्टर द्वारा बोला जाता है कि, जांच हो रही है। यह सोच से परे है कि, जांच का मोईना निर्माण कार्य बंद होने के बाद ही होती है। पर जानकार सूत्र बताते है कि, नगर पालिका के द्वारा बाईसागर तालाब में रोड बनाया जा रहा है एवं अब भी निर्माण कार्य जारी है। आवेदक कलेक्टर महोदया जी को निवेदन करते-करते थक चुका है, पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो रहा है। और शासकीय सम्पत्ति का लूट मचा हुआ है। जिसमें भू-माफियों एवं राजस्व अधिकारियों द्वारा लूठा जा रहा है। कोरिया जिले के अंदर देखा जाये तो भ्रष्टाचार का सीमा पार हो चुका है। जबकि वरिष्ठ लोगों को भारत सरकार सम्मान देती है पर बैकुण्ठपुर में ऐसे अधिकारी है जो कि वरिष्ठता की परिभाषा नहीं जानते। ऐसे कलेक्टरों के संरक्षण में कोरिया जिले से लेकर पूरे छत्तीसगढ़ में लूट का भ्रष्टाचार चरम सीमा पर बढ़ा हुआ है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here